आगरा कॉलेज, आगरा के अंग्रेजी विभाग में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान का विषय था “एलिवेशन इन कंटेंपरेरी साउथ एशियन लिटरेचर”, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में सेंट जॉन्स कॉलेज के प्राचार्य प्रो. एसपी सिंह ने उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश आदि दक्षिण एशियाई देशों के प्रसिद्ध उपन्यासों में व्याप्त विलगाव (एलिअनेशन) को समस्या के रूप में दिखाया है।
उन्होंने आगे कहा कि विलगाव आज के समाज में विश्व की एक ज्वलंत समस्या है। प्रत्येक व्यक्ति आज विलगाव का शिकार है। एलिअनेशन का मतलब है कि व्यक्ति अपने समाज, अपने कार्यस्थल, मित्र मंडल, अपने परिवार यहां तक कि स्वयं से भी परेशान एवं अलगाव अनुभव करता है। वह अपनी विषम परिस्थितियों में स्वयं को अलग-थलग महसूस करता है और उससे निकलने में स्वयं को अकेला पाता है। अंततः परिस्थितियों से जूझते हुए अत्यंत अकेला हो जाता है और परिस्थितियों के सम्मुख आत्मसमर्पण कर देता है। यह समाज की अत्यंत विषम मानसिक स्थिति है, तथा आधुनिक साहित्य और समाज में चिंतन योग्य है।
इससे पूर्व व्याख्यानमाला का उद्घाटन आगरा कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अनुराग शुक्ला ने मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर किया। व्याख्यानमाला का संचालन प्रो. धनंजय सिंह ने किया तथा प्रो. आभा शर्मा ने अतिथियों का आभार प्रकट किया। अतिथियों का स्वागत प्रो. शादां जाफ़री एवं प्रो. विवेक भटनागर ने किया।
कार्यक्रम में विभागध्यक्ष डा सीके गौतम के अतिरिक्त प्रो प्रियम अंकित, प्रो दीपक उपाध्याय, डा बीरी सिंह जूरैल, अमरेश बाबू यादव एवं निखिलेश तिवारी आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।