आगरा: नाबालिग के अपहरण मामले में पुलिस में दो आरोपियों को जेल भेज दिया है लेकिन उनके सहयोगी अभी भी फरार है। जिससे परिवार दहशत में है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पीड़ित परिवार भाजपा नेता गोविंद चाहर के नेतृत्व में पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुँचे। भाजपा नेता गोविंद चाहर ने पीड़ित परिवार को लेकर आगरा पुलिस कमिश्नर प्रीतीन्दर सिंह से मुलाकात की और पूरी घटना से उन्हें अवगत कराया। पुलिस कमिश्नर ने उन्हें आश्वासन दिया कि इस मामले में उचित कार्यवाही की जाएगी।
घटना थाना कागारौल के बिसहरा गांव की है। 20 जनवरी की सुबह नाबालिग बालिका कूड़ा डालने के लिए सड़क किनारें आई थी। इसी दौरान एक वैन बालिका के पास आकर रुकी और 12 वर्षीय बालिका का हाथ पकड़ कर वैन में खींचने लगे। शोर मचाने पर आरोपी वैन लेकर फरार हो गए। इस घटना से घबराई बालिका घर पहुँची और पूरी घटना से उन्हें अवगत कराया। इस घटना की जानकारी होते ही पीड़ित परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई। पीड़ित परिवार तुरंत थाने पहुँचा और आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई और सीसीटीवी फुटेज की मदद से घटना में प्रयुक्त वैन को ढूंढ निकाला। उसके बाद दो आरोपियों तक पुलिस पहुँची और दो लोगों यूनिश खान और रमजानी निवासी कुठावली, थाना मलपुरा को अपहरण करने की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार किया और कार्यवाही कर जेल भेज दिया। बालिका ने परिजनों को बताया था कि उसमें चार पांच लोग थे लेकिन पुलिस अन्य लोगों की गिरफ्तारी में शिथिलता बरत रही है।
भाजपा नेता गोविंद चाहर ने कहा कि वैन में सवार अन्य आरोपियों के खिलाफ थाना पुलिस ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की है। इसलिए पीड़ित परिवार आज पुलिस आयुक्त से मिलने आया था। पुलिस आयुक्त से मुलाकात कर उन्हें पूरी घटना की जानकरी दी। उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस फरार आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं कर रही है तो वहीं जो आरोपी पकड़े गए है उनके ऊपर हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया जबकि उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही करनी चाहिए थी। उसके खिलाफ कई थानों में गंभीर मुकद्दमें दर्ज हैं। पुलिस आयुक्त ने सभी की बात सुनकर प्रतिनिधिमंडल को कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।