Agra News: दबंग को सामने बैठा पुलिस ने पीड़ितों पर बनाया समझौते का दवाब

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आगरा:- पुलिस आयुक्त जे.रविन्द्र गौड़ आगरा पुलिस को शिष्टाचार का पाठ पढ़ा रहे हैं वहीं खंदौली पुलिस थाने आने वाले पीड़ितों पर राजीनामे का दबाव बना रही है। दबंग पुलिस के सामने कुर्सी पर बैठकर वीडियो दिखाते हुए भय दिखा रहा तो वहीं फरियादियों को बैठने के लिए जगह भी नही दी गई। मामले की जांच एसीपी एत्मादपुर पहले से कर रहे हैं।

खंदौली क्षेत्र के बांस इंद्रा के रहने वाले समीर, भोला, हम्मीर और नादऊ के रहने वाले सचिन ने शनिवार को एसीपी एत्मादपुर से शिकायत करते हुए आरोप लगाया था कि नादऊ के रहने वाले एक दबंग को बाइक चोरी के शक में पुलिस ने उन्हें 22 दिसंबर की रात घर से उठाया था। 24 दिसंबर को दबंग को पंचायत में 1 लाख रुपये देने के बाद पुलिस ने उनका शांतिभंग में चालान कर दिया। मामले की जाँच स्वयं एसीपी पीयूष कांत कर रहे हैं। पीड़ितो के बयान भी दर्ज करवाये गए हैं।

सोमवार सुबह 11 बजे हम्मीर और सचिन मूकदमा दर्ज करवाने को प्रार्थना पत्र लेकर खंदौली थाने पहुँचे थे। दोनों ने आरोप लगाते हुए बताया कि उनके पहुँचने के बाद पुलिस ने दबंग को थाने बुलाया लिया। दबंग इंस्पेक्टर के ऑफिस में कुर्सी पर बैठा था। उनले सामने दबंग ने इंस्पेक्टर को अपने मोबाइल के वीडियो दिखाते हुए कहा कि इसमें हम्मीर और उसके तीनो साथी उसके घर के बाहर दिखाई दे रहे हैं। आरोप है कि इसी बीच इंस्पेक्टर राकेश चौहान ने उनसे कहा कि बात को क्यों बढ़ा रहे हो, आपस मे समझौता कर लो। दबंग का नाम लेते हुए यह भी कहा कि वह उनसे माफी मांगेगा और रुपये भी वापस आपके घर पहुँच जाएंगे।

पीड़ितों द्वारा समझौते से इंकार करते हुए अपना प्रार्थना पत्र दे दिया। इस दौरान दबंग तो कुर्सी पर ही बैठा रहा लेकिन पीड़ितों से पुलिस ने बैठने तक को नहीं कहा। मामले मे इंस्पेक्टर राकेश चौहान ने कहा कि मामले की जाँच पहले से चल रही है। पीड़ितों के प्रार्थना पत्र को जाँच के लिए दे दिया गया है। दबंग को थाने बुलाने और समझौते का दवाब बनाने का आरोप निराधार बताया गया है।