आगरा। भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालात के चलते ताजमहल की सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। गुरुवार देर शाम करीब एक घंटे तक ताजमहल परिसर में आतंकवादी हमले से निपटने की मॉक ड्रिल की गई।
मॉक ड्रिल के दौरान परिदृश्य यह रखा गया कि दो आतंकवादी यमुना की ओर से ताजमहल में दाखिल होते हैं और सीआईएसएफ के जवानों को घायल कर बेसमेंट की ओर बढ़ते हैं। सूचना मिलते ही सीआईएसएफ की क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT), बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वाड (BDDS), डॉग स्क्वायड, सीआईडब्लू, स्थानीय पुलिस, एएसआई और फायर सर्विस की टीमों ने मोर्चा संभाला। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद दोनों ‘आतंकियों’ को दबोच लिया गया।
इस अभ्यास से पहले परिसर में सीआईएसएफ और पुलिस बल की भारी मौजूदगी देखकर पर्यटक और स्थानीय लोग घबरा गए थे, लेकिन बाद में मॉक ड्रिल की सूचना मिलने पर राहत की सांस ली।
सुरक्षा व्यवस्था सख्त
मॉक ड्रिल के बाद ताजमहल के चारों ओर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आने-जाने वाली गाड़ियों की डिग्गी की जांच की जा रही है। ताज परिसर के भीतर सीआईएसएफ के जवानों की संख्या भी बढ़ा दी गई है।
स्वास्थ्य विभाग को भी अलर्ट कर दिया गया है और कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त कर दी गई हैं, जिससे किसी आपात स्थिति में तेजी से प्रतिक्रिया दी जा सके।