आगरा: कांग्रेस पार्टी नगर निकाय चुनाव में कुछ बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सकी है। आगरा नगर निकाय चुनाव में कांग्रेस 100 वार्ड में से सिर्फ एक ही वार्ड की सीट पर जीत हासिल कर पाई तो वहीं कांग्रेस की मेयर प्रत्याशी भी चौथे नंबर पर नज़र आई। उन्हें 18000 से कुछ अधिक वोट ही मिल सके। दोपहर बाद हार सुनिश्चित हो जाने के बाद कांग्रेस की मेयर प्रत्याशी सीधी शहर कांग्रेस कार्यालय पहुंची। इस दौरान वे काफी आक्रोशित नजर आई। वहां मौजूद कांग्रेसियों पर उन्होंने अपना आक्रोश व्यक्त करने का पूरा प्रयास किया लेकिन वरिष्ठ कांग्रेसी बात को संभालते हुए नजर आए।
भनभनाती हुई और आक्रोशित भरे अंदाज में कांग्रेस की मेयर प्रत्याशी शहर कांग्रेस कार्यालय पहुंची थी। यहाँ उन्हें शहर अध्यक्ष देवेंद्र सिंह चिल्लू तो नहीं मिले लेकिन कुछ वरिष्ठ कांग्रेसी जरूर बैठे हुए थे। इस दौरान खाने को लेकर उन्होंने अपना आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने एक वरिष्ठ कांग्रेसी से कहा कि खाने के लिए रात को ही पैसा दे दिया था लेकिन खाना मतगणना में लगे कांग्रेसियों तक पहुंचा ही नहीं, यह कैसे हुआ। मेरे तो 4 हज़ार से अधिक पैसे यूं ही बर्बाद हो गए।
वहीं वरिष्ठ कांग्रेसी यह कहते हुए नजर आए कि इसकी जिम्मेदारी तो किसी और की थी आप उससे क्यों बात नहीं करती। इसके बाद वह बोली जब से उन्हें टिकट मिला और वह कार्यालय आई तभी से इसी तरह का व्यवहार उनके साथ हो रहा है।
‘हर पैसे का लूंगी हिसाब’
हार के बाद कांग्रेस मेयर प्रत्याशी का आक्रोश सातवें आसमान पर था। उनका कहना था कि चुनाव में इतना पैसा खर्च हो रहा है इसका एक-एक हिसाब लिया जाएगा। इसके बाद में वह बस्तों को लेकर भी चर्चा करने लगी। उनका कहना था कि एक जगह लगभग 8 बस्ते दिए गए और सब में दो ₹2000 थे लेकिन बस्तों में सिर्फ एक ₹1000 ही निकले।
संगठन पर भी आक्रोश किया व्यक्त
कांग्रेस मेयर प्रत्याशी ने बातों ही बातों में यह भी कह दिया कि उन्हें जो वोट मिला है वह उनका वोट है। उनके चेहरे पर मिला है। संगठन के लोग तो इधर-उधर घुमाते रहे और वोट के लिए मेहनत नहीं की गई। इस निकाय चुनाव में कांग्रेसी दूर ही नजर आए। पार्षद प्रत्याशियों ने भी उनके लिए कुछ खास काम नहीं किया।