Agra News: जीते जी रक्तदान मृत्यु के उपरान्त अंगदान, अंगदान शपथ महाशिविर में 8003 लोगों ने लिया अंगदान का संकल्प

Regional

आगरा। प्रधानमंत्री के जन्मदिवस के मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और रसायन एवं उर्वरक मंत्री डॉ मनसुख मांडविया और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रो0 एसपी सिंह बघेल की उपस्थिति में जीआईसी मैदान, आगरा में देश में पहली बार अंगदान संकल्प कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ भारत माता, भगवान धन्वन्तरि, पं0 दीनदयाल उपाध्याय व श्याम प्रसाद मुखर्जी के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंत्री प्रो.एस पी सिंह बघेल के साथ, 23 एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं और 87 ब्लॉक सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयों की आधारशिला रखी। सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक का उद्घाटन और अंगदान रजिस्ट्री का अनावरण किया।

जीआईसी ग्राउंड में आयोजित अंगदान संकल्प कार्यक्रम को संबोधित करते हुये केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अंगदान से बड़ा कोई पुण्य का काम नहीं है। जीते जी देश के नागरिकों को रक्तदान करना चाहिये और मृत्यु के उपरान्त अंगदान करना चाहिये। उन्होंने कहा कि अंगदान के माध्यम से किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद दूसरे व्यक्ति को नया जन्म मिलता है।

डॉ मांडविया ने कहा कि 2024 के अंत तक देश के हर मेडिकल कालेज में अंग प्रत्यारोपण की सुविधा मिल सके, इसके लिये मशीनों की खरीद, डक्टरों की उपलब्धता और ट्रेनिंग सुनिश्चित की जायेगी। जो भी अस्पताल अंग प्रत्यारोपण की सुविधा अपने यहां खोलना चाहेगा, उन्हें भारत सरकार की तरफ से सवा करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी जायेगी। उन्होंने कहा कि अंगदान के दौरान मरीज को जीवन भर दवाईयां खानी पड़ती है, कई टेस्ट कराने पड़ते हैं, इसके लिये उस मरीज को केंद्र सरकार की तरफ से प्रतिमाह 10 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जायेगी। सरकार का लक्ष्य है कि अंगदान को 2 प्रतिशत से बढाकर 60 प्रतिशत करना है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा0 मनसुख मांडविया ने कहा कि मोदी सरकार देश के 60 करोड़ लोगों को 5 लाख तक की मुफ्त इलाज की गारंटी दे रही है। आयुष्मान भवः अभियान के तहत 17 सितंबर से 02 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा चलेगा, जिसमें अधिक से अधिक लोगों को आयुष्मान कार्ड बनवाना चाहिये। उन्होंने कहा कि पहले देश के युवाओं को एमबीबीएस की पढाई के लिये विदेश जाना पड़ता था, लेकिन मोदी सरकार में पिछले नौ साल में एमबीबीएस की सीटों की संख्या दो गुनी हो गयी है। पहले 54000 सीटें थीं, जो कि अब बढ़कर एक लाख 07 हजार हो गयी है।

अंत में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आयुष्मान भव अभियान का लक्ष्य सभी स्वास्थ्य योजनाओं की पर्याप्त कवरेज सुनिश्चित करना है। यह अभियान सरकारी क्षेत्रों, नागरिक समाज संगठनों और समुदायों को एक साझा मिशन के तहत एकजुट करता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रत्येक व्यक्ति को बिना किसी असमानता या बहिष्कार के आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त हों।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने कहा कि देश में ढ़ेड लाख लोग की दुर्घटना से मुत्यु हो जाती है। ऐसे में एक व्यक्ति मरणोपरांत आठ लोगों को जीवन दे सकता है। मनुष्य के कई सारे अंगों का दान किया जा सकता है। यह सिर्फ हृदय, लिवर और गुर्दे का दान नहीं होता। पैनक्रियाज, फेंफड़े, छोटी और बड़ी आंत,त्वचा, हड्डी, हार्ट वाल्व और टेंडन जैसे टीश्यूज को भी दान कर सकते हैं। दान किया हुआ यह अंग किसी दूसरे व्यक्ति के शरीर में प्रत्यारोपित किया जाता है।

मंत्री ने कहा कि एस0एन0 मेडिकल कॉलेज में क्रिटिकल केयर है, जिसमें शारीरिक आपरेशन किया जाता है, शीघ्र ही अंग प्रत्यारोपण हेतु सुविधाओं को प्रदान किया जायेगा, इसके लिये अहमदाबाद के डाक्टर प्रशिक्षण देने के लिये तैयार हैं। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री द्वारा अंगदान व शरीर दानियों का मंच पर स्वागत किया गया।

वीडियो संदेश के माध्यम से, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सरकार ने हमेशा नागरिकों के स्वास्थ्य और भलाई को सर्वोच्च महत्व दिया है। अंग दान प्रतिज्ञा पहल की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि “अंग दान करने से दूसरे व्यक्ति को नया जीवन मिल सकता है“। उन्होंने उपस्थित लोगों को अपने अंग दान करने का संकल्प लेने के लिए प्रोत्साहित किया ताकि यह संदेश पूरे देश में गूंजे।

कार्यक्रम में सभी जनप्रतिनिधिगण, भाजपा महानगर अध्यक्ष भानु महाजन, पार्षद गौरव शर्मा, दिगंबर सिंह धाकरे, नवीन गौतम, रोहित कत्याल आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।