आगरा। दीवानी कचहरी के निकट स्थित केनरा बैंक की शाखा को 22 लोगों ने गोल्ड लोन के नाम पर 34.68 लाख रुपये का चूना लगा दिया। उन्होंने बैंक द्वारा स्वर्ण आभूषणों के मूल्य को आंकने के लिए रखे गए सर्राफ से मिलीभगत कर ऋण ले लिया। समयावधि में गोल्ड लोन की किस्त नहीं चुकाई तो बैंक को शक हुआ। उसने अन्य सर्राफ से आभूषणों की जांच कराई तो साजिश का पर्दाफाश हुआ।
गोल्ड लोन लेने वालों ने बैंक द्वारा नियुक्त सर्राफ गिरीशचंद निवासी टुंडपुरा देवरी रोड सदर और प्रदीप कुमार वर्मा के साथ मिलकर साजिश रची थी। सर्राफ ने आभूषणों का वजन और मूल्य बढ़ा चढ़ाकर दिखाया था। जिसके बाद बैंक ने गोल्ड लोन लेने वालों को उनके पते पर नोटिस भेजा तो वह नहीं मिले।
केनरा बैंक के प्रबंधक हरीपर्वत थाने में अभियोग दर्ज कराया है। जिसमें सर्राफ गिरीशचंद और प्रदीप कुमार वर्मा निवासी नगला पदी न्यू आगरा के अलावा गोल्ड लोन लेने वाले 22 लोगों को नामजद किया है। प्रभारी निरीक्षक हरीपर्वत अरविंद कुमार ने बताया कि अभियोग दर्ज किया है। आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
बैंक द्वारा पुलिस को दी गई जानकारी के अनुसार, आरोपी लोगों में अचल शर्मा निवासी छीपीटोला, नीरज पटेल निवासी आवास विकास कालोनी सिकंदरा, धर्मेंद्र सिंह निवासी कुबेरपुर, सुरेश चौधरी निवासी खतैना, बृज किशोर निवासी टेढ़ी बगिया, कैलाश सिंह निवासी बाग नानकचंद, विशाल निवासी खंदौली, मनीष निवासी देवरी रोड, भूरी सिंह निवासी कछपुरा पुसैता, अर्जुन सिंह निवासी खंदौली, अमर सिंह निवासी बाह, अजय विक्रम सिंह निवासी खंदारी, राजल सिंह निवासी श्याम विहार कालोनी, नरेंद्र शर्मा निवासी गढ़ी भदाैरिया, शकुंतला देवी निवासी टेढ़ी बगिया, प्रीति चौधरी निवासी कुबेरपुर, मौजीराम निवासी पनवारी, राजेश कुमार निवासी टूंडला, धर्मेंद्र कुमार निवासी फिरोजाबाद, दीपक कुमार निवासी कमला नगर और लाखन सिंह निवासी नरायच शामिल हैं।