आगरा छावनी परिषद चुनाव: प्रत्याशियों ने किया दमखम दिखाना शुरू, जानिए क्या बोले वार्ड नम्बर 5 के वोटर

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आगरा: छावनी परिषद के चुनावों का ऐलान हो चुका है। सभी वार्डो के प्रत्याशियों ने दमखम दिखाना भी शुरू कर दिया है। हमारी टीम ने आज छावनी परिषद के वार्ड 5 में पहुँच कर लोगों की नब्ज टटोली। इस बार वार्ड 5 की सीट महिला है इसलिए इस सीट पर लगभग 4 महिला प्रत्याशी मैदान में है। इस सीट से निवर्तमान पार्षद तारिक अहमद की पत्नी तेहजीब तारिक तो वहीँ आफरीन खान और शहनाज दिलशाद भी दमखम के साथ मैदान में है।

आज रविवार का दिन था। छुट्टी का दिन था। ऐसे में छावनी परिषद के वार्ड पांच में चुनावी अखाड़े को लेकर बिछी बिसात को परखने के लिए हमारी टीम वार्ड में पहुँची। जैसे ही वार्ड पांच के एक मोहल्ले में प्रवेश किया तो घरों के बाहर काफी महिलाएं और पुरुष बैठे हुए थे। आपस में चर्चाओं का दौर चल रहा था। महिलाओं से पूछा क्या छावनी के चुनाव आ गए हैं तो महिलाओं ने कहा कि हाँ आ गए है लेकिन आप कौन। उन्हें बताया कि हम मीडिया कर्मी हैं, फिर क्या था महिलाओं ने भी खुलकर चुनावी चर्चाएं शुरू कर दी।

महिलाओं ने कहा कि चुनाव होने वाले हैं। जो प्रत्याशी खड़े हैं वह घरों के चक्कर भी लगाने लगे हैं। ऐसे में उनसे पूछा कि उनकी मन में क्या है तो उन्होंने कहा मन की तो मन में ही रहने दो। जो प्रत्याशी सबसे बेहतर होगा उसे ही चुना जाएगा।

समस्याओं और विकास पर चर्चा

वार्ड 5 में क्या समस्या है, क्या विकास कार्य हुआ है। यह भी वहां की जनता से जानने का प्रयास किया गया। कुछ और आगे बढ़े तो काफी संख्या में लोग गली में खड़े हुए दिखाई दिए। उन से चर्चा की गई। कुछ लोग तो निवर्तमान पार्षद तारिक अहमद से नाखुश दिखाई दिए। उनका कहना था कि क्षेत्र में किसी भी तरह का विकास आपको नहीं दिखेगा। एक बाड़ा था जिसमें गरीब लोग टेंट लगाकर अपने बेटे बेटियों की शादी कर लिया करते थे। उसमें भी नालियों का पानी कटवा दिया है जिससे गंदगी का आलम है मच्छरों से लोग परेशान हैं, नए खरंजे भी नहीं हुए हैं। किसी समस्या को लेकर पार्षद के पास जाओ तो उनके घर के दरवाजे हमेशा बंद मिलते हैं।

इन लोगों की चर्चा सुनने के बाद अन्य मोहल्लों में भी बातचीत की गई तो लोगों ने कहा हाल ही में जो पार्षद थे। उनके द्वारा बेहतर काम कराया गया है उनकी पेयजल से लेकर सफाई व अन्य समस्याओं का हल कराया गया है। हो सकता है कि कुछ लोग इससे इत्तेफाक नहीं रखते हो लेकिन चुनावी माहौल है हर किसी को अपनी बात रखने का अधिकार है।

प्रत्याशियों ने ठोकी ताल

वार्ड 5 की परिक्रमा और वहां की स्थिति समस्याएं और विकास कार्य जानने के बाद इस वार्ड से पार्षद के लिए ताल ठोक रहे प्रत्याशियों से भी बातचीत की गई। इस समय वार्ड 5 महिला सीट है। इस सीट से हाल ही में पार्षद रहे तारिक अहमद की पत्नी भी चुनावी मैदान में हैं।

निवर्तमान पार्षद तारिक अहमद की पत्नी तेहजीब तारिक से वार्ता हुई तो उन्होंने बताया कि उनके पति ने 8 साल में वार्ड 5 की जनता की खुलकर सेवा की है। क्षेत्र की पेयजल से लेकर सफाई व्यवस्था व लोगों के घरों के निर्माण से संबंधित समस्याओं का समाधान कराया है। उनके हक की लड़ाई खुलकर लड़ी है। इतना ही नहीं कोरोना संक्रमण के दौरान जो क्षेत्र की जनता की सेवा उन्होंने की, वह कोई भी पार्षद नहीं कर सकता है। इसीलिए तो आज महिला सीट हो जाने पर क्षेत्र की जनता ने ही उनके पति से एक बार फिर चुनावी मैदान में उतरने को कहा। इसीलिए महिला सीट होने पर वह खुद ना लड़कर मुझे लड़ा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता को उम्मीद है कि जो लड़ाई क्षेत्र की जनता और विकास के लिए उन्होंने लड़ी है। उसे वह जारी रखेंगे और इस बार जीत कर वार्ड की सूरत और सीरत को और ज्यादा बदलने का काम करेंगे। दरवाजे बंद रहने के सवाल पर उन्होंने विरोधियों को जवाब देते हुए कहा कि पार्षद के घर के दरवाजे बंद रहते हैं यह तो कोई नहीं कह सकता जिसने भी इस दरवाजे को खटखटाया। चाहे वह कोई भी समय हो, उनके पति यानी क्षेत्र के पार्षद तारिक हमेशा उस व्यक्ति के साथ खड़े हुए नजर आए और उसकी समस्या समाधान के लिए हर संभव लड़ाई लड़ी।

विरोधियों ने साधा निशाना

इस बात से भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के एक सक्रिय भाजपा पदाधिकारी की बीवी भी चुनावी मैदान में है। यह भाजपा नेता समाजसेवी के रूप में भी अपनी अलग पहचान बनाये हुए हैं। इनका नाम शाहिद खान है और उनकी पत्नी आफरीन खान इस वार्ड से चुनाव लड़ने को तैयार हैं। आफरीन सुबह और शाम के वक्त लोगों से चर्चा और मुलाकात करते हुए अपने पक्ष में माहौल बनाए हुए हैं। आफरीन खान ने अपना चुनावी कार्यालय भी तैयार कर लिया है। उनके कार्यालय पर पहुंचे तो आफरीन खान से तो मुलाकात नहीं हुई लेकिन उनके पूरे चुनाव की जिम्मेदारी जिनके कंधों पर है यानी शाहिद खान से जरूर मुलाकात हुई।

शाहिद खान ने कहा कि वर्तमान में वार्ड की क्या स्थिति है यह तो आप खुद चुनावी परिक्रमा के दौरान जान चुके होंगे। निवर्तमान पार्षद के प्रति जनता का क्या रुझान है यह मुझे कहने की जरूरत नहीं है बल्कि यह तो वार्ड 5 की जनता आपको बता ही चुकी होगी लेकिन जब उनसे पूछा कि जनता आपको ही क्यों पसंद करेगी। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कोरोना संक्रमण काल में उनकी सेवा और विगत 10 सालों से क्षेत्र में उनकी सक्रियता उनकी पत्नी को जीत दिलाएगी। जीतने के बाद क्षेत्र में विकास कार्य कराए जाएंगे जो आज तक इस वार्ड में आपको दिखाई नहीं देते।

यहां से एक और महिला प्रत्याशी शहनाज़ इस चुनावी अखाड़े में उतर आई हैं। उनका कहना है कि वह क्षेत्र का विकास चाहती है इसीलिए चुनावी मैदान में उतरी हैं। शहनाज कहती हैं कि वह इस वार्ड के लिए बेटी भी हैं और बहू भी हैं यानी दोनों तरफ से उन्हें प्यार मिलता है। ऐसे में जीत को लेकर वह काफी आश्वस्त नजर आती हैं। उनका कहना है कि उनकी अगर जीत होती है क्षेत्र का पूरी तरह से विकास कराया जाएगा।

वहीँ एक और अन्य प्रत्याशी का कहना है कि पिछले कई दशकों से वार्ड 5 की स्थिति यूं ही बरकरार है। विकास के नाम पर मतदाताओं को छला जाता है लेकिन इस बार क्षेत्र की जनता उनकी सक्रियता और सेवा भाव के चलते उन्हीं को चुनेगी।