आगरा: यमुनापार के अस्पताल में महिला की मौत के बाद परिजनों ने जताई हत्या की आशंका

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आगरा: यमुनापार क्षेत्र के एक अस्पताल में निर्माण कार्य चल रहा है। मजदूरी कर रही महिला छत से अचानक से गिर गई जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। मौत की खबर मिलने पर परिजन अस्पताल पहुंच गए और हंगामा कर रोड जाम कर दिया। हंगामा की सूचना मिलते ही क्षेत्राधिकारी छत्ता सहित पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया और स्थिति को संभाला।

मामला थाना एत्माद्दौला के गोयल अस्पताल का है। अस्पताल की ऊपरी मंजिल पर निर्माण कार्य चल रहा है। निर्माण के काम के लिए टेढ़ी बगिया निवासी गुड़िया उर्फ अंजुम महिला को ठेकेदार लेकर आया था। टेढी बगिया निवासी बुढ़िया पत्नी आरिफ काम कर रही थी। तभी अचानक छत से गिर जाने से गंभीर घायल हो गए। उसे अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।

जैसे ही सूचना परिजनों को मिली कि महिला की मौत हो गई है तो भारी संख्या में परिजन अस्पताल पर पहुंच गए और हंगामा कर दिया और हाईवे जाम कर दिया। हंगामा और हाईवे जाम की सूचना मिलते ही क्षेत्राधिकारी छत्ता सुकन्या शर्मा थाने का फ़ोर्स लेकर घटनास्थल पर पहुंची और स्थिति को संभाला। परिजनों की मांग थी कि मौत पर मुआवजा मिलना चाहिए। पुलिस ने समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया।

महिला के परिजनों का है यह आरोप

मृतक महिला के परिजनों का आरोप है कि महिला इलाज के दौरान अपना हाथ से कुछ इशारा कर रही थी ।ऐसा बताने का प्रयास कर रही थी जैसे उसके साथ मारपीट हुई है और फिर उसे फेंक दिया गया हो। वही अस्पताल प्रशासन की ओर से भी पहले बताया गया कि वह छत से गिर गई। फिर बताया गया सीढ़ी से गिर गई और फिर सुबह होते-होते बताएगा कि कुछ लोगों में आपस में लड़ाई हुई जिसमें गुड़िया की गिरकर मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि बयानों में विरोधाभास होने से ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे गुड़िया की हत्या की गई हो।

पुलिस ने नही की कोई कार्रवाई

मृतकों के परिजनों का आरोप है कि हम लगातार तहरीर दे रहे हैं लेकिन तहरीर पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। हमने आशंका भी जताई है कि उसकी हत्या की गई है लेकिन पुलिस इस मामले में कोई उचित कार्यवाही नहीं कर रही। क्योंकि दूसरा पक्ष रसूखदार है और नामी गिरामी है। इसीलिए पुलिस हमको ही दबाने का प्रयास कर रही है।

अनुमति या बिना अनुमति के निर्माण कार्य

अस्पताल के अंदर जिस मंजिल पर निर्माण कार्य चल रहा है। इसकी अनुमति एडीए द्वारा ली गई है या फिर बिना अनुमति के ही कार्य चल रहा है यह तो विभाग ही जाने। लेकिन चर्चा है कि बिना किसी अनुमति के ही कई अस्पतालों के अंदर निर्माण कार्य चल रहा है। एडीए इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा।

गोयल हॉस्पिटल के संचालक ने दी सफाई-

उधर गोयल हॉस्पिटल के संचालक ने भी सफाई दी है। उनका कहना है कि उनकी हॉस्पिटल की ऊपरी मंजिल पर निर्माण कार्य चल रहा था। यह कार्य उसने एक ठेकेदार को दिया था। ठेकेदार ही लेबर को लाया था। इस मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है। उन्हें बेवजह घसीटा जा रहा है जबकि गुड़िया जब घायल अवस्था में लाई गई तो उसका तुरंत सिटी स्कैन करा कर इलाज शुरू कर दिया था लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।