सोनिया गांधी से बातचीत के बाद थरूर ने लिया माकपा के सेमिनार में भाग न लेने का फैसला

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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा कि उन्होंने केरल में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की ओर से केंद्र एवं राज्यों के संबंध पर आयोजित सेमिनार में भाग ना लेने का फैसला किया है.

थरूर ने कहा कि उन्होंने पहले इस सेमिनार में शामिल होने पर सहमति व्यक्त की थी लेकिन इसे लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनकी बातचीत हुई है जिसके बाद उन्होंने इस सेमिनार में भाग ना लेने का फ़ैसला किया है.

तिरुवनंतपुरम से सांसद थरूर ने कहा कि इस पर कोई विवाद नहीं होना चाहिए था. थरूर ने इस कार्यक्रम में पहले शामिल होने पर सहमति व्यक्त करने की वजहें बताईं.

उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, ‘मैंने कार्यक्रम में शामिल होने के निमंत्रण को स्वीकार किया था क्योंकि राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस एवं माकपा के बीच सहयोगात्मक संबंध है. इस सेमिनार के विषय में केरल से जुड़ा कोई संवेदनशील मुद्दा शामिल नहीं था और इसमें भाजपा विरोधी दलों के बीच नीतिगत मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान होना था.’

उन्होंने कहा, ‘मैं इस मामले में उनके (सोनिया गांधी) राय का सम्मान करता हूं और आयोजकों को सूचित कर दिया है कि मैं इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकूंगा.’

‘एक महीने पहले भी इसी तरह का एक निमंत्रण आया था, मैंने कांग्रेस अध्यक्ष से बात की थी और बिना विवाद के उचित फैसला किया गया था.’

कुछ दिनों पहले ही शशि थरूर ने कांग्रेस में बदलाव की मांग करने वाले जी23 गुट की एक बैठक में हिस्सा लिया था. ये बैठक गुलाम नबी आज़ाद के आवास पर आयोजित की गई थी जिसमें मणिशंकर अय्यर भी शामिल थे.

-एजेंसियां