कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से माफी की मांग करते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने जानबूझकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ‘राष्ट्रपत्नी’ कहा और इसे दो बार दोहराया। उन्होंने कहा कि आदिवासी लोगों का इस तरह अपमान देश कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। यह अधीर रंजन चौधरी की मानसिकता को दर्शाता है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि आदिवासी लोगों के इस अपमान को देश कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।
गोयल ने कहा कि ‘अधीर रंजन चौधरी ने जिस तरह से राष्ट्रपति का अपमान किया है, वह उनकी मानसिकता को दर्शाता है। यह देश हमारे आदिवासियों का यह अपमान कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। आखिर उन्होंने कहा कि इसके लिए माफी मांगने की जरूरत नहीं है।’
दो बार दोहराया था
गोयल ने कहा, “उन्होंने जानबूझकर ऐसा कहा और इसे दो बार दोहराया। क्या यह एक छोटी सी घटना है? हम कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से संसद में और देश के सामने माफी मांगने की मांग करते हैं।”
अधीर रंजन की सफाई
इस बीच अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए गलती से “राष्ट्रपत्नी” शब्द का इस्तेमाल किया था और सत्तारूढ़ दल जानबूझकर राई का पहाड़ बनाने की कोशिश कर रहा है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, अधीर रंजन चौधरी पहले ही माफी मांग चुके हैं।
जानबूझकर किया गया सेक्सिट अपमान
उधर, राज्यसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोनिया गांधी से माफी की मांग की। वित्त मंत्री ने कहा, “यह जानबूझकर किया गया सेक्सिस्ट अपमान था। सोनिया गांधी को भारत और देश के राष्ट्रपति से माफी मांगनी चाहिए।” केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने भी विपक्ष की खिंचाई की और बेरहामपुर के सांसद अधीर रंजन से तत्काल माफी की मांग की।
जोशी ने कहा, “यह देश के आदिवासी लोगों और भारत के राष्ट्रपति का अपमान है। उन्हें तुरंत माफी मांगनी चाहिए। सोनिया गांधी को भी उनके जैसे किसी को नियुक्त करने के लिए माफी मांगनी चाहिए।”
महिला और आदिवासी विरोधी है विपक्ष
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आज सुबह एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दुर्भावनापूर्ण तरीके से निशाना बनाने के लिए माफी मांगने की मांग करते हुए कांग्रेस की खिंचाई की और कहा कि देश जानता है कि विपक्षी दल “आदिवासी विरोधी, दलित विरोधी और महिला विरोधी” है।
स्मृति ईरानी ने कहा कि कांग्रेस को संसद में और भारत की सड़कों पर माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा, “जब से भारत के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में द्रौपदी मुर्मू के नाम की घोषणा की गई है। उन्हें कांग्रेस पार्टी द्वारा दुर्भावनापूर्ण रूप से लक्षित किया गया है।
कांग्रेसियों ने उन्हें कठपुतली उम्मीदवार करार दिया था, कांग्रेसियों ने उन्हें बुराई का प्रतीक कहा है। उनके हमले देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर निर्वाचित होने के बाद भी द्रौपदी मुर्मू जी के खिलाफ रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं।’
-एजेंसी