नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा के दो दिनों का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया जिसमें सबसे पहले दिल्ली की राजिंदर नगर विधानसभा सीट से चुने गए आम आदमी पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक ने शपथ ली।
पहले दिन पास हुए पांच बिल
दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र के पहले ही दिन पांच बिल पेश किए गए। पहला बिल मंत्रियों के वेतन का, दूसरा बिल विधायकों के वेतन का, तीसरा बिल चीफ व्हिप के वेतन का, चौथा बिल स्पीकर-डिप्टी स्पीकर के वेतन का और पांचवा बिल लीडर ऑफ अपोजिशन के वेतन से संबंधित था। ये सभी विधेयक सदन से पास हो गए हैं।
पहले दिन सदन में नियम-280 पर चर्चा हुई जिसमें पक्ष और प्रतिपक्ष के नेताओं ने हिस्सा लिया। चर्चा में शामिल होते हुए नेता प्रतिपक्ष ने सरकार पर स्कूलों को बंद करने का आरोप लगाया। इसके उत्तर में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष झूठ बोल रहे हैं। वो दो शिफ्ट के स्कूल को एक शिफ्ट में बदलने, स्कूल को स्पोर्ट्स स्कूल में तब्दील करने को स्कूल बंदी बता रहे हैं।
तो 90 हजार हो जाएगा विधायक का वेतन
विधानसभा सदन से बाहर आम आदमी पार्टी (आप) नेता और उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि विधायकों, मंत्रियों, विधानसभा अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष का वेतन बढ़ाने वाला प्रस्ताव सोमवार को विधानसभा में पारित हो गया है। विधायकों को पिछले 11 साल से 12,000 रुपये मासिक वेतन मिल रहा है, जिसे अब बढ़ाकर 30,000 रुपये कर दिया गया है। कुल वेतन 90,000 रुपये हो जाएगा।
उन्होंने आगे कहा, ”पिछले सात सालों में इस मुद्दे पर बहुत चर्चा हो चुकी है। शुरुआत में केंद्र सरकार को इसमें कुछ आपत्तियां थीं। उनके सुझावों को ध्यान में रखते हुए दिल्ली विधानसभा ने एक बार फिर इस विधेयक को पारित कर दिया है और उम्मीद है कि केंद्र भी इसे पारित कर देगा।” जरूरत पड़ने पर सत्र की अवधि बढ़ाई जा सकती है। कोविड की मौजूदा स्थिति को देखते हुए विधायकों को मास्क पहनकर सदन में पहुंचने को कहा गया था।
- एजेंसी