अमेरिका ने चीन के दावे को अस्वीकार करते हुए अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न हिस्सा क़रार दिया है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप मुख्य प्रवक्ता वेदांत पटेल ने एक पत्रकार के पूछे गए सवाल के जवाब में यह बात कही है.
वेदांत पटेल ने कहा, “अमेरिका अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा मानता है और हम वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलओएसी) पर आक्रमण या घुसपैठ, सैनिक या सिविल के ज़रिए इलाक़े पर अपने दावे को बढ़ाने की किसी भी एकतरफ़ा कोशिश का मज़बूती से विरोध करता है.”
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अरुणाचल प्रदेश में एक सुरंग का उद्घाटन किया था। पीएम मोदी की इस यात्रा से चीन भड़क गया और अरुणाचल को अपना हिस्सा बताने लगा। अब अमेरिका ने इसे भारत का हिस्सा बताया है।
अमेरिका का यह बयान हाल में चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता चांग शियाओगैंग के उस दावे के बाद आया है, जिसमें अरुणाचल प्रदेश को चीन का हिस्सा बताया गया था. उन्होंने कहा था कि भारत ने अवैध तरीक़े से इस इलाक़े पर कब्ज़ा किया हुआ है.
चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत कहता रहा है और भारतीय नेताओं के वहां का दौरा करने पर समय-समय पर आपत्ति उठाता रहा है.
बौखलाया ग्लोबल टाइम्स
ग्लोबल टाइम्स ने एक ट्वीट में कहा, ‘हमेशा की तरह अमेरिका एक बार फिर तथ्यों या अंतरराष्ट्रीय कानूनों की अनदेखी करते हुए चीन के साथ विवाद करने वाले का समर्थन कर रहा है। अमेरिकी समर्थन केवल भारत के आत्मसंतोष को बढ़ावा देगा। इसका परिणाम यह होगा कि चीन और भारत सीमा पर स्थिति जटिल हो जाएगी। एक दर्शक के रूप में अमेरिका को तब लाभ मिलेगा। भारत सावधान!’ इस ट्वीट के जरिए ग्लोबल टाइम्स यह कहना चाहता है कि अमेरिका भारत और चीन के बीच संबंधों को मुश्किल बना रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अरुणाचल प्रदेश में एक सुरंग का उद्घाटन किया था। पीएम मोदी की इस यात्रा से चीन भड़क गया और अरुणाचल को अपना हिस्सा बताने लगा। अब अमेरिका ने इसे भारत का हिस्सा बताया है।
-एजेंसी