उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार बड़ा बयान देते हुए कहा कि सीएए लागू कराने के लिए यूपी पुलिस पूरी तरह तैयार है. कुमार ने कहा कि मैं प्रदेशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि कानून-व्यवस्था बिगड़ने नहीं पाएगी. कानून-व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए हमारे पास डंडा भी है और डेटाबेस भी. धर्मगुरुओं, समाज के सम्मानित लोगों से पुलिस की वार्ता जारी है. हमारा मानना है कि वार्ता से हर समस्या का समाधान संभव है. अपराधियों की संपत्ति जब्त करने का कानून पुराना लेकिन उसका प्रभावी इस्तेमाल अब हो रहा है.
कुमार ने आगे कहा, ‘शांतिपूर्ण, निष्पक्ष लोकसभा चुनाव कराने के लिए हम तैयार हैं. हमें फिलहाल सौ कंपनी केंद्रीय बल मिल गया है जिसे एरिया डोमिनेशन में लगाया गया है. जिसने सरकारी, निजी जमीनों पर कब्जा किया है, उन पर ही बुलडोजर का इस्तेमाल हुआ है, जिनकी संपत्ति अटैच हुई या बुलडोजर चला है उन्हें कहीं से राहत नहीं मिली है. सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले की जांच जारी है. पेपर लीक के जिम्मेदार व्यक्ति तक पहुंचकर उसे सख्त सजा दिलवाएंगे.’
‘CAA में किसी की नागरिकता नहीं जा रही’
उन्होंने स्पष्ट किया कि सीएए में किसी की नागरिकता नहीं जा रही है. हमारी तैयारी हमारी ट्रेनिंग का पार्ट है. हम ट्रेनिंग में इतना पसीना बहा रहे हैं कि खून बहाने की नौबत नहीं आएगी. हमारी फील्ड फोर्स, हमारे उपकरण किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है.
सभी संस्थाओं से हम सूचनाओं का आदान-प्रदान कर रहे हैं. बीते साल हमने 29 हजार दोषियों को कोर्ट से सजा दिलवाई. बीते साल हमने 41 दोषियों को मृत्युदंड दिलवाया. हम कोर्ट के जरिए दोषियों को सजा दिलवा रहे हैं. ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में यूपी देश में दूसरे नंबर पर आ गया है. यूपी में कानून व्यवस्था अच्छी है इसलिए यहां निवेश आ रहा है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘एडीजी जोन, पुलिस कमिश्नर भी महिला हैं. पिछले सात साल में पुलिस में महिला कर्मचारी तीन गुना हुई हैं. जो कार्य पुरुष पुलिसकर्मी कर रहे हैं, वही काम महिला पुलिसकर्मी से कराने के आदेश दिए गए हैं. जेंडर के आधार पुलिस में कोई भेदभाव न हो ऐसे निर्देश दिए गए हैं.’
-एजेंसी