शिवसेना (यूटीबी) के सांसद संजय राउत ने कहा है कि ईडी और चुनाव आयोग में कोई अंतर नहीं रहा, दोनों ही सरकार के तोते हैं. उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा,
“इलेक्शन कमीशन और ईडी में कोई अंतर नहीं है. दोनों बीजेपी के तोते हैं. हमने इलेक्शन कमीशन का अनुभव लिया है, जो बाला साहेब ठाकरे जी की पार्टी उद्धव ठाकरे साहब की लीडरशिप में काम कर रही थी, उसे उठा कर बेईमान लोगों को दे दिया.”
“ईडी, इलेक्शन कमीशन या ऐसी कोई भी एजेंसी बीजेपी हो या कोई और जो केंद्र की सत्ता में होते हैं उनके ही इशारों पर काम करती है. अब पांच राज्यों को चुनाव हैं तो ईडी वहां भेजी जा रही है, महादेव और ऐसे ही केस लाए जा रहे हैं, क्या ईडी को इन मामलों के बारे में पहले जानकारी नहीं थी. इस देश में जो चल रहा है वो 2024 चुनाव आने तक और बढ़ेगा.”
कांग्रेस ने भी चुनावी राज्य राजस्थान और छ्त्तीसगढ़ में केंद्र सरकार पर ईडी सहित केंद्रीय एजेंसियों के “दुरुपयोग” का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग का दरवाज़ा खटखटाया है.
बीते दिनों अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को ईडी ने समन भेजा था. महादेव एप मामले में छत्तीसगढ़ में कई जगहों पर ईडी की छापेमारी जारी है. ईडी छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के क़रीबी लोगों से पूछताछ कर रही है.
Compiled: up18 News