आगरा: राजपुर चुंगी में उखर्रा रोड स्थित स्कूल के सामने से अगवा की गई छात्रा ने पंद्रह माह बाद अपने प्रेम विवाह की जानकारी दी। छात्रा के पिता ने युवक के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने अपहर्ता के दोस्त सहित चार को जेल भेजा था। अब युवती ने शादी करने के बाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की है और सुरक्षा की भी गुहार लगाई है।
सदर के उखर्रा इलाके से पिछले साल 13 अप्रैल को बाइक सवार छात्रा को स्कूल के सामने से ले गए थे। छात्रा को ले जाते उसके चाचा ने देख लिया था। पीछा करने पर आरोपी चाचा को गिराकर चले गए थे। अपहरण की सूचना पर एडीजी समेत अन्य अधिकारी पहुंच गए थे। थाना सदर के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि कुम्हेर, भरतपुर निवासी रोहित और उसके साथी लोकेंद्र उर्फ भोले छात्रा को ले गए थे। छात्रा के पिता ने अपहरण और पाॅक्सो एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने आरोपी रोहित के पिता लखनलाल, चाचा नंदकिशोर, जीजा चंद्रवीर और मित्र भोले काे जेल भेजा था।
छात्रा के पिता ने पुलिस को बताया कि अपहरण के समय उनकी पुत्री नाबालिग थी। वह मई 2023 में बालिग हो गई। 19 जून को रोहित ने गाजियाबाद में आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। पुत्री ने 13 जुलाई को उच्च न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया। सुरक्षा मांगी है। मामले में पुलिस और वादी न्यायालय में अपना पक्ष रखेंगे।
अगवा की गई बेटी की शादी करने पर पिता ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि पुलिस अगर बेटी को बरामद करने में तेजी दिखाती तो वह युवक के बहकावे में आकर शादी नहीं करती। पुलिस ने इस केस में शुरू से ही लापरवाही की। बेटी की तलाश में वह खुद भी लाखों रुपए खर्च कर चुके हैं। इसके बावजूद कोई फायदा नहीं हुआ।