दिल्ली के सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी (AAP) की मान्यता वापस लेने की मांग उठी है। 56 पूर्व नौकरशाहों ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर गुहार लगाई है कि आप से राजनीतिक दल की मान्यता वापस ली जाए।
उन्होंने कहा कि इलेक्शन सिंबल (रिजर्वेशन एंड अलॉटमेंट) ऑर्डर 1968 के ऑर्डर 16ए के तहत आप पर कार्रवाई होनी चाहिए। रिटायर्ड नौकरशाहों ने गुजरात के सूरत में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान पर आपत्ति जताई है। पूर्व नौकरशाहों ने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने सूरत की प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुजरात के अधिकारियों से बार-बार कहा कि वो राज्य विधानसभा के चुनाव में आपके के पक्ष में काम करें और उसे जिताने में मदद करें। इस समूह ने कहा- ‘केजरीवाल ने पुलिस, होम गार्ड्स, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, राज्य परिवहन के ड्राइवरों कंडक्टरों और पोलिंग बूथ ऑफिसरों समेत अन्य सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों को चुनाव में आपके लिए काम करने को कहा।’
शिकायत करने वालों में कई बड़ी शख्सियतें
जिन पूर्व अफसरों ने चुनाव आयोग को लिखी चिट्ठी पर दस्तखत किया, उनमें कर्नाटक के पूर्व एसीएस एम. मदन गोपाल, केरल के पूर्व चीफ सेक्रेटरी आनंद बोस, भारत सरकार के पूर्व खाद्य वितरण सचिव आरडी कपूर, पूर्व पेट्रोलियम सचिव सौरभ चंद्रा, सिक्किम के पूर्व मुख्य सचिव के. श्रीधर राव, पुदुचेरी के पूर्व मुख्य सचिव सीएस खैरवाल और पूर्व राजदूत निरंजन देसाई जैसी प्रमुख हस्तियां शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि आप जिस तरह से सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों का राजनीतिकरण कर रही है, वह बहुत खतरनाक है। उन्होंने कहा, ‘सरकारी कर्मचारी पक्ष-विपक्ष के भेद से ऊपर उठकर सरकार और जनता की सेवा करते हैं। उनका काम संसद और कार्यपालिका की नीतियों को लागू करना है।’ उन्होंने चिट्ठी में आगे लिखा, ‘उपरोक्त बातों के मद्देनजर हम भारत के चुनाव आयोग से आप की राजनीतिक दल होने की मान्यता वापस लेने का आग्रह करते हैं। पार्टी ने नियमों का खुला उल्लंघन किया है।’
पंजाब के बाद गुजरात में भी बाजी मारना चाहती है आप
ध्यान रहे कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब में सरकार बनाने के बाद गुजरात में जोर लगा रही है। वहां इसी वर्ष विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। आप को लगता है कि वह प्रदेश में एक बड़ा प्लेयर बनकर उभर सकती है। इस कारण पार्टी का शीर्ष नेतृत्व गुजरात में चुनाव प्रचार कर रहा है। इसी क्रम में पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल भी गुजारत जा रहे हैं। उन्होंने सूरत में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरकारी अधिकारियों से आप के लिए काम करने की अपील की। उनकी इसी अपील को 56 पूर्व नौकरशाहों का समूह अनैतिक और गैर-कानूनी मान रहा है।
-एजेंसी
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