बालासोर हादसे के 23 दिन बाद अब पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा में टकराई दो मालगाड़ी, अफसर बोले- सिग्नल की गड़बड़ी रही होगी

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पश्चिम बंगाल के दक्षिण पूर्व रेलवे खड़गपुर आद्रा संभाग के अंतर्गत बांकुड़ा में दो मालगाड़ियों की टक्कर हो जाने से संभाग में रेल यातायात बाधित हुआ। जानकारी के मुताबिक ओंदा स्टेशन के पास दूसरी चलती माल गाड़ी ने खड़ी मालगाड़ी में टक्कर मार दी। इस टक्कर के परिणामस्वरूप चलती मालगाड़ी का इंजन खड़ी गाड़ी के ऊपर चढ़ गया।

आज का हादसा भी 2 जून को कोरोमंडल हादसे की तर्ज पर ही हुआ है। उसमें भी कोरोमंडल ने लूप लाइन पर खड़ी एक मालगाड़ी को तेज गति से टक्कर मारी थी। इसे वजह से कोरोमंडल का इंजन और कई डिब्बे मालगाड़ी पर चढ़ गए थे।

खबरों के अनुसार बताया जा रहा है कि यह टक्कर इतनी ज़बरदस्त थी कि पीछे वाली ट्रेन का इंजन पहले वाली मालगाड़ी पर चढ़ गया। इससे 12 बाोगियां पटरी से उतर गए हैं। टक्कर की जोरदार आवाज से ओंदा रेलवे स्टेशन के आसपास के लोगों की नींद खुली और वो मौके पर पहुंचे। उन लोगों ने ही मालगाड़ी के लोको पायलटों को सुरक्षित बाहर निकाला।2 जून को ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेनों की हुई टक्कर के बाद 23 दिनों में यह दूसरा रेल हादसा है।

सुबह करीब चार बजे हुए इस हादसे के कारण आद्रा-खड़गपुर शाखा पर ट्रेनों की आवाजाही बाधित हो गई। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, बांकुड़ा से आ रही एक अन्य मालगाड़ी ओडा रेलवे स्टेशन के पास लूप लाइन पर खड़ी मालगाड़ी के पिछले हिस्से से टकरा गई। खड़गपुर-बांकुरा-आद्रा लाइन पर रेल परिचालन रोक दिया गया है।

रेलवे सूत्रों ने बताया कि एक लोको पायलट को हल्की चोट आई है। हादसे के कारण बिजली का ओवरहेड तार टूट जाने की वजह से आद्रा-खड़गपुर सेक्शन में ट्रेनों की आवाजाही करीब 3 घंटे तक प्रभावित रही।

मौके पर पहुंचे दक्षिण पूर्व रेलवे के डिवीजनल सेफ्टी ऑफिसर दिवाकर माझी ने पत्रकारों को बताया- ओंडा रेलवे स्टेशन पर एक मालगाड़ी पहले से खड़ी थी। पीछे से आने वाली दूसरी मालगाड़ी ने उसमें टक्कर मार दी। आखिर यह हादसा कैसे हुआ, यह तो जांच के बाद ही पता चल सकेगा। शायद सिग्नल की गड़बड़ी रही होगी।

दक्षिण पूर्व रेलवे के CPRO आदित्य कुमार चौधरी ने बताया कि एक मालगाड़ी लूप लाइन में खड़ी थी और दूसरी ट्रेन को सिग्नल पर रुकना था, लेकिन वह लाल सिग्नल से आगे निकल गई, जिससे हादसा हुआ। मरम्मत का काम सुबह करीब 7.30 बजे पूरा हो गया। हादसे के बाद पहली ट्रेन सुबह करीब 8.30 बजे इस रूट पर चली। अब तक 11 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं।

2 जून को ओडिशा के बालासोर में भी सिग्नल की गड़बड़ी से ही तीन ट्रेनों में टक्कर हुई थी। इस हादसे मे अब तक 292 लोगों की मौत हो चुकी है। 1 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे। कई लोगों का अभी भी इलाज चल रहा है।