अग्निपथ योजना में आर्मी मिलिट्री पुलिस के लिए 2.5 लाख महिलाओं ने किया आवेदन

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आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक अग्निवीर महिला भर्ती के लिए प्रतिक्रिया जबरदस्त रही है. सीएमपी में 100 रिक्तियों के खिलाफ लगभग 2.5 लाख महिला उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया है. उनके लिए 11 रैलियों की योजना बनाई गई है जो अक्टूबर से शुरू होंगी.’ 100 महिलाओं के पहले बैच ने 2020 में कोर ऑफ मिलिट्री पुलिस सेंटर एंड स्कूल, बेंगलुरु में प्रशिक्षण लिया था और 2021 के मध्य में उन्हें देश भर में विभिन्न सैन्य इकाइयों में तैनात किया गया था. हालांकि, कोविड-19 महामारी के कारण सीएमपी में महिलाओं के दूसरे बैच की भर्ती प्रक्रिया रुकी हुई थी.

अग्निपथ योजना के तहत अब 2.5 लाख आवेदकों में से 100 महिलाओं को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा और सैन्य पुलिस में भर्ती किया जाएगा. इनकी ट्रेनिंग अगले साल मार्च में शुरू होगी. महिलाओं को सैन्य पुलिस में शामिल करने का प्रस्ताव पहली बार दिसंबर 2017 में पारित किया गया था और जनवरी 2019 में इसे केंद्र सरकार की मंजूरी मिली थी. आर्मी की योजना हर साल महिलाओं को सीएमपी में शामिल करने की है, ताकि लगभग 17 वर्षों में सैन्य पुलिस में कुल 1700 महिला कर्मियों या 20 प्रतिशत महिलाओं की संख्या सुनिश्चित की जा सके. अब तक, नौसेना और भारतीय वायु सेना (IAF) में अधिकारियों से नीचे के रैंक में महिलाएं नहीं हैं.

नौसना में भर्ती के लिए अब तक 9.55 लाख आवेदन

हालांकि, नौसेना ने इस साल जून में घोषणा की थी कि वह अग्निपथ योजना के तहत सभी शाखाओं में महिला नाविकों की भर्ती करेगी. अग्निपथ योजना के तहत नौसेना में भर्ती के लिए लगभग 9.55 लाख उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया है, जिनमें से लगभग 82,000 महिला आवेदक हैं.

नवीनतम आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इंडियन आर्मी में 40,000 रिक्तियों के लिए कुल 35 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया है. सेना ने इस साल के अंत तक अग्निपथ योजना के तहत सैनिकों की भर्ती के लिए 96 रैलियां आयोजित करने की योजना बनाई है.

इन 96 रैलियों में से 30 पहले ही पूरी हो चुकी हैं और 12 अभी प्रगति पर हैं. शेष रैलियों को 2022 के अंत तक पूरा किया जाना है. आर्मी में अग्निवीरों के शुरुआती बैचों के लिए प्रशिक्षण जनवरी 2023 तक शुरू होने वाला है.

ITI पासआउट कैंडिडेट को अतिरिक्त मार्क मिलेगा

सेना की योजना साल में दो बार भर्तियां करने की है, ताकि प्रशिक्षण और बुनियादी ढांचे को संतुलित किया जा सके. एक शीर्ष सैन्य अधिकारी ने News18 से कहा कि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITIs) से तकनीकी कौशल में योग्य उम्मीदवारों को अग्निपथ योजना के तहत भर्ती के लिए प्रोत्साहन के रूप में सामान्य प्रवेश परीक्षा (CEE) में बोनस अंक दिए जाएंगे.

आर्मी की एक भर्ती रैली अधिसूचना के अनुसार, 1 वर्षीय आईटीआई पाठ्यक्रम के लिए 30, 2 वर्षीय पाठ्यक्रम के लिए 40 और डिप्लोमा धारकों के लिए 50 बोनस अंक होंगे. आईटीआई-पासआउट उम्मीदवारों की भर्ती सैनिक (तकनीकी) के रूप में होगी.

अधिकारी ने कहा, ‘आईटीआई पाठ्यक्रम सैन्य जरूरतों के हिसाब से डिजाइन नहीं किया गया है. हम अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कौशल विकास व उद्यमिता एवं शिक्षा मंत्रालयों के साथ समन्वय कर रहे हैं. यह आईटीआई पाठ्यक्रम को सैन्य आवश्यकताओं के अनुरूप बनाने में मदद करेगा.’

– एजेंसी