हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी और बारिश से 128 सड़कें अवरुद्ध, जनजीवन अस्त व्यस्त

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बर्फबारी के कारण रोहतांग दर्रा यातायात के लिए बंद हो गया है। अटल टनल में भी पर्यटकों की आवाजाही बंद कर दी गई है। मनाली-लेह मार्ग और शिंकुला दर्रा भी बर्फबारी के कारण यातायात के लिए बंद हो गया है। कुल्लू-लाहौल की पहाड़ियों में जमकर बर्फबारी होने से मौसम कूल-कूल हो गया है।

जिला कुल्लू में भी मौसम ने कवरट ली है। जिला की पहाड़ियां भी बर्फबारी से सफेद हो गई हैं। बाह्य सराज को जोड़ने वाला नेशनल हाईवे-305 यातायात के लिए अवरुद्ध हो गया है।

बर्फबारी से जलोड़ी दर्रा सहित कई जगहों पर निगम की बसें फंस गई हैं। कुल्लू और लाहौल में सौ से अधिक सड़कें यातायात के लिए अवरुद्ध हो गई हैं। कुल्लू जिले के निचले इलाकों में झमाझम बारिश हो रही है।

बर्फबारी को देखकर घाटी के बागवानों को इस बार सर्दियों में अच्छी बारिश रहने की उम्मीद है। वहीं नकदी फसलों के लिए भी बारिश संजीवनी बनी है। निचले क्षेत्रों में लहसुन की फसल सूखे के चलते पीली पड़ने लगी थी।
इसके साथ किसान अब रबी फसल की बिजाई भी कर सकेंगे। चंबा जिले के भरमौर, पांगी और चुराह के टेपा पंचायत में ताजा बर्फबारी हुई है। पूरा क्षेत्र शीतलहर की चपेट में आ गया है।

किन्नौर और काजा में सुबह से बर्फबारी हो रही है। मंडी जिले के शिकारी देवी, कमरूनाग और शैटाधार में सर्दी की पहली बर्फबारी होने से पहाड़ सफेद हो गए हैं।
प्रसाशन ने एक से तीन इंच तक बर्फबारी दर्ज की है।

नवंबर में हुई बर्फबारी ने पिछले एक दशक का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पहली बर्फबारी से सराज की जंजैहली शिकारी देवी सड़क अवरुद्ध हो गई है।

शिकारी देवी, कमरूनाग, शिलिगाड़, रायगढ़, ब्लाह, ढलयार, शैटाधार समेत आसपास के पहाड़ों पर बर्फबारी होने से कड़ाके की ठंड पड़ रही है।

सीजन से पहले हुई बर्फबारी सेब बागवानों के लिए जहां राहत की खबर लाई है, वहीं किसानों के लिए बर्फबारी और बारिश निराशा लेकर आई है।

-एजेंसी