वर्ल्ड आयरन डे: दुनिया की एक तिहाई आबादी है एनीमिया से पीड़ित

Health

दुनियाभर के लोगों में आयरन की उपयोगिता की जानकारी बढ़ाने के लिए हर साल 26 नवंबर को वर्ल्ड आयरन डे के रूप में मनाया जाता है। आयरन की कमी के चलते जिस बीमारी का असर दुनियाभर में व्यापक रूप से देखने को मिलता है, वह है एनीमिया यानी शरीर में खून की कमी होना। जिन लोगों के शरीर में आयरन की कमी हो जाती है उनमें कई असामान्य लक्षण देखने को मिलते हैं लेकिन अगर ये लक्षण लगातार बने रहते हैं तो आपको समझ लेना चाहिए कि आपको डॉक्टर के मार्गदर्शन की जरूरत है।

आयरन हमारे शरीर के लिए एक बेहत महत्वपूर्ण एलिमेंट है। बॉडी में आयरन की कमी कई तरह की बीमारियों का कारण बनती है।

अगर किसी व्यक्ति के शरीर में लंबे समय तक खून की कमी बनी रहे तो वह कई गंभीर बीमारियों का शिकार हो सकता है। आंकड़ों के मुताबिक दुनिया की एक तिहाई यानी 1/3 आबादी एनीमिया से पीड़ित है। जिस कारण लोग अलग-अलग तरह की बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं।

आयरन की कमी सबसे अधिक मेनोपॉज के पहले महिलाओं में, गर्भवती महिलाओं में और 5 साल से कम उम्र के बच्चों में देखने को मिलती है। आयरन की कमी से हार्ट फेल्यॉर, किडनी की बीमारियां और आंतों से जुड़ी गंभीर बीमारियां व्यक्ति की मृत्यु का कारण भी बन सकती हैं।

आयरन की कमी होने के लक्षण

जिन लोगों के शरीर में आयरन की कमी हो जाती है उनमें कई असामान्य लक्षण देखने को मिलते हैं लेकिन अगर ये लक्षण लगातार बने रहते हैं तो आपको समझ लेना चाहिए कि आपको डॉक्टर के मार्गदर्शन की जरूरत है।

– बहुत जल्दी थक जाना और हर समय थकान बने रहना।
– एक्सर्साइज करने या चलने में असहजता होना और बहुत अधिक कमजोरी महसूस होना।
– महिलाओं में पीरियड्स के दौरान बहुत अधिक ब्लीडिंग होना।
– कोई भी काम करना या सामान रखकर भूल जाना यानी यादाश्त कमजोर होना।
– बहुत अधिक बाल झड़ना और बालों की केयर वाले प्रोडक्ट्स लगाने के बाद भी इनके झड़ने में कमी ना होना।
– नाखून बहुत पतले हो जाना और अक्सर बिना किसी चोट या दबाव के ही नाखूनों का टूटना या परत-परत करके झड़ना।

-एजेंसियां