मथुरा। 39 दिन की लॉकडाउन की अवधि के उपरांत आज 40 वें दिन जब भक्तों को भगवान के दर्शन हुए तो वे जैसे चहचहा उठे।
राज्य सरकार द्वारा कम संक्रमण वाले जनपदों को लॉकडाउन से छूट मिलने की जैसे ही घोषणा हुई भक्तों को भगवान की कृपा का उसी क्षण से अनुभव होने लगा और मन्दिर खुलने की, सेवा-पूजा व आरती के समय की जानकारी के लिए उनके फोन घनघनाने लगे। पूर्व नियत समय के अनुसार आज 1 जून को प्रातः ठीक 6:30 बजे जब कृष्ण-जन्मभूमि के प्रवेश द्वार खुले तो भक्तों के मुखमण्डल की प्रसन्नता देखते ही बन रही थी।
मुख्य द्वार पर श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान की प्रबंध-समिति के सदस्य गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी के साथ विशेष कार्याधिकारी विजय बहादुर सिंह व मन्दिर अधिकारी अनुराग पाठक स्वयं अपने हाथों में थर्मल स्कैनर व सेनेटाइजर स्प्रे लिए भक्तों के स्वागत व उनके सुगम प्रवेश की व्यवस्था के लिए घंटों खड़े रहे।
प्रबंधन द्वारा तीनों प्रवेश द्वारों पर पर्याप्त दूरी बनाए रखने हेतु लाइनें व वृत्त बनवाकर, पर्याप्त मात्रा में सेनेटाइजर स्प्रे, स्वचालित स्प्रे व स्कैनर्स की व्यवस्थाएं पहले ही पूरी कर ली गयीं थीं।
जैसे ही 7 बजे और मंगला-दर्शन हेतु पर्दा हटा उपस्थित दर्शनार्थियों ने “बंशी बारे की जय” की ध्वनि से परिसर को गुंजायमान कर दिया। भक्तों ने मंदिरों के साथ ही गतिशील झांकियों व गिर्राज गुफा के दर्शन भी किये।
मंगला-दर्शन आरती में उपस्थित श्री चतुर्वेदी ने बताया कि प्रथम दिन होने व जानकारी न मिल पाने के कारण भक्तगण सीमित संख्या में ही आये, किन्तु जैसे जैसे दिन चढ़ा भक्तों के आने का क्रम भी बढ़ता गया। श्री चतुर्वेदी ने सभी भक्तों से कोविड सम्बन्धी सभी दिशा निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन करने की अपील के साथ भगवान केशवदेव से प्रार्थना की कि भक्त व भगवान के बीच पुनः ऐसी स्थिति न बनाएं की भक्तों को अपने इष्ट के दर्शन ही न हों।