बिना रजाई या अलाव के भी रख सकते है शरीर के तापमान को सामान्य

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सर्द मौसम में लोग शरीर में गर्माहट बनाए रखने के लिए कई उपाय करते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि बिना रजाई या अलाव के भी शरीर के तापमान को सामान्य रखा जा सकता है।

हम आपको योग के ऐसे 7 आसनों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें नियमित रूप से करने से आप अपने शरीर को न सिर्फ गर्म रख सकते हैं, बल्कि ठंड से होने वाली बीमारियों से भी बच सकते हैं।

कपालभाति (ब्रेथ ऑफ फायर)

कपालभाति प्राणायाम का ही एक रूप है। यह आंतरिक अंगों को उत्तेजित कर उर्जा उत्पन्न करता है। इसमें तेजी से सांस लेकर छोड़नी होती है, जिससे शरीर में गर्मी उत्पन्न होती है। यह मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करते हुए पूरे शरीर को प्रभावित करता है। साथ ही यह काफी तेजी से काम करते हुए शरीर के कई अंगों को गर्म करता है।

शीर्षासन (हेडस्टैंड)

शीर्षासन को सभी आसनों के राजा के रूप में जाना जाता है। यह आसन पूरे शरीर को शांत करने के लिए काम करता है। यह दिमाग में हाइपोथैलेमस और पीनियल ग्रंथियों के जरिए ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देने में मदद करता है। यह मुद्रा शरीर के भीतर ब्लड के जरिए गर्मी को फैलाने के दौरान मस्तिष्क की क्षमता विकसित करने में मदद करती है।

वीरभद्रासन (वॉरियर पोज)

वीरभद्र, एक योद्धा की तरह और भगवान शिव के अवतार के रूप में नामित आसन मांसपेशियों में लचक लाने का काम करता है। सबसे अच्छी बात यह है कि एक योद्धा मुद्रा के नाम पर होने के बावजूद, आसन प्रदर्शन करते समय आग्रह का भी संदेश देता है। इस मुद्रा में फोकस, बैलेंस और स्ट्रेंथ का एक साथ संयोजन होता है, शरीर को बेहतरीन तरीके से गर्म करने में मदद करता है।

कुंभकासन (प्लैंक पोज)

यह एक आदर्श आसन है जो कि बॉडीवेट के साथ कई तरह की एंटी बॉडी सेल्स को कंट्रोल करता है। दिन में कुछ मिनट के लिए ऐसा करने से आपके मेटाबॉलिज्म को दिन में और रात के समय भी बढ़ा सकता है। एक मिनट या इससे कुछ अधिक समय तक इस आसन को करने पर पूरे शरीर में गर्मी को महसूस किया जा सकता है।

नवासन (बोट पोज)

यह आसन आपके पेट और कूल्हे की मांसपेशियों को मजबूत करता है। इस आसन में संतुलन बनाए रखना बेहद अहम है, जो वास्तव में शरीर को उत्तेजित कर ऊर्जा प्रदान करता है। इस प्रक्रिया के दौरान शरीर में जल्दी से गर्मी उत्पन्न होती है। यह तनाव को कम कर सुकून देता है।

उत्तानासन (स्टैंडिंग फॉरवर्ड बेंड)

यह साधारण आसन है, मगर हर कोई इसे आसानी से नहीं कर पाता। इसमें खिंचाव अधिक महसूस होता है, जो शरीर के सिस्टम में गर्मी लाकर शांति प्रदान करता है। अगर शारीरिक और मानसिक थकावट दिन के दौरान महसूस होती है, तो इस आसन से बेहतर महसूस होता है। तुरंत आराम और शरीर की गर्मी के लिए यह आसन किया जा सकता है।

गरुड़ासन (ईगल पोज)

ज्यादातर आसन शारीरिक संतुलन के साथ स्थिति बेहतर ऊर्जा प्रदान करते हैं। मगर बात गरुड़ासन की करें तो इसमें हाथों और कंधों की मांसपेशियां मजबूत होती है। साथ ही दिमाग में विचारों और भावनाओं के एक अच्छे संतुलन के लिए भी गरुड़ासन को जाना जाता है। अपने शरीर को स्थिर रखने, एकाग्रता और ध्यान केंद्रित रखने के लिए यह आसन बेहतर काम करता है।

-एजेंसियां