आइये जानते है कितना वेतन पाते हैं सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के हमारे माननीय न्‍यायाधीश?

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देश के संचालन में तीन अंग कार्य करते हैं। ये विधायिका, न्याय पालिका और कार्यपालिका हैं। विधायिका आम जनता के अनुरूप कानून बनाती है। कार्यपालिका सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों को लागू करने का काम करती है। वहीं न्यायपालिका कानूनों की व्याख्या एवं न्याय देने का काम करती है। न्यायपालिका का मुखिया सीजेआई CJI होता है।

इन पर पूरे देश में कानून व्यवस्था बनाए रखने और न्याय देने की बहुत बड़ी जिम्‍मेदारी होती है। क्‍या आप जानते हैं कि एक सीजेआई को कितनी सैलरी मिलती है। अगर नहीं, तो हम आपको बता रहे हैं कि सीजेआई, सुप्रीम कोर्ट के जज व हाई कोई के चीफ जस्टिस व अन्‍य जज को कितनी सैलरी व अन्‍य सुविधाएं मिली हैं।

CJI को मिलने वाला वेतन

देश के सीजेआई का वेतन भारत के प्रधानमंत्री से भी ज्यादा होता है। सीजेआई को प्रतिमाह 2.80 लाख रुपये का वेतन मिलता है। यह सैलरी देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति व राज्यपाल के बाद सबसे ज्यादा होती है। इसके अलावा इन्‍हें विजिटर्स को एंटरटेन करने के लिए सरकार की तरफ से प्रतिमाह 45,000 रुपये का सत्कार भत्ता भी मिलता है।

अन्‍य सुविधाएं और पेंशन

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को सैलरी के अलावा कई सुविधाएं भी मिलती हैं। मुख्य न्यायाधीश को रहने के लिए एक शानदार आवास दिया जाता है। इसके अलावा उन्हें कार, कर्मचारी, सुरक्षाकर्मी और बिजली व फोन खर्च सहित अन्य सुविधाएं भी दी जाती हैं। वहीं रिटायर होने के बाद सीजेआई को 16,80,000 रुपए सालाना पेंशन मिलती है। सीजेआई के अधिकार और शक्तियों की अगर बात करें तो उनके पास कोर्ट में जज और कर्मचारी नियुक्त करने का अधिकार होता है। सीजेआई की सलाह के बाद ही हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जजों की नियुक्ति होती है।

सुप्रीम कोर्ट के जज की सैलरी

सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस के अलावा भी बहुत सारे जज होते हैं। उनकी सैलरी चीफ से थोड़ा कम होता है, लेकिन काफी शानदार होती है। सुप्रीम कोर्ट के सभी जजो को 2.50 लाख रुपये प्रतिमाह सैलरी मिलती है। वहीं सत्कार भत्‍ते के रूप में 34,000 रुपये प्रतिमाह मिलता है। इसके साथ इन्‍हें भी कई सुविधाएं मिलती हैं। इन्‍हें बड़ा आवास, सिक्योरिटी, कार, कर्मचारी, बिल पेमेंट आदि की सुविधा दी जाती है। रिटायरमेंट के बाद इन्‍हें पेंशन के तौर पर सालाना 15,00,000 रुपये दिए जाते हैं। आपको ये जानना जरुरी है कि सुप्रीम कोर्ट में जजों की डायरेक्ट भर्ती नहीं होती है। यहां पर केवल हाई कोर्ट के जज या फिर वरिष्ठ वकील ही जॉब पा सकते हैं। यह देश के प्रीमियम सरकारी जॉब सूची में आता है।

हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस की सैलरी

देश में जितने भी राज्य हैं, सभी में हाई कोर्ट होते हैं। इन सभी में एक चीफ जस्टिस और बहुत सारे सपोर्ट जज होते हैं। हाई कोर्ट के इन चीफ जस्टिस को प्रतिमाह 2.50 लाख रुपये सैलरी मिलती है, जो सुप्रीम कोर्ट के जज के बराबर होती है। इसके अलावा सत्कार भत्‍ते के रूप में भी इन्‍हें सुप्रीम कोर्ट के जज के बराबर प्रतिमाह 34,000 रुपये मिलता है। इन्‍हें भी उसी प्रकार बड़ा आवास, कार, सुरक्षाकर्मी, कर्माचारी और बिल पेमेंट आदि की सुविधा दी जाती है। रिटायरमेंट के बाद इन्‍हें पेंशन के तौर पर सालाना 15लाख रुपये सालाना दिए जाते हैं।

हाई कोर्ट जज

हाई कोर्ट के एक जज को हर माह 2,25,000 रुपये की सैलरी दी जाती है। इसके अलावा इन्‍हें भी सत्कार भत्ता मिलता है। इस भत्‍ते के रूप में इन्‍हें प्रतिमाह 27,000 रुपये मिलते हैं। वहीं अन्य सुविधाओं के रूप में आवास, कार, सुरक्षाकर्मी, कर्माचारी और बिल पेमेंट आदि की सुविधा दी जाती है। रिटायरमेंट के बाद इन्‍हें पेंशन के तौर पर सालाना 13,50,000 रुपये दिए जाते हैं।

-एजेंसियां