अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट: जासूसी गुब्बारा चीन को भेज रहा था रियल-टाइम डेटा

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एनबीसी न्यूज़ ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट करते हुए कहा है कि ये ग़ुब्बारा चीन को रियल-टाइम डेटा भेज रहा था.

न्यूज़ चैनल को एक अधिकारी ने बताया कि ये ग़ुब्बारा तस्वीर लेने के बजाय इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल जुटा रहा था. हालांकि व्हाइट हाउस ने इस दावे की पुष्टि नहीं की है.

अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि जब ग़ुब्बारा देश पर मंडरा रहा था तभी उन्होंने उसकी डेटा जुटाने की क्षमता को सीमित कर दिया था.

अमेरिका रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने सोमवार को कहा कि एफ़बीआई अभी भी ग़ुब्बारे के मलबे की जांच कर रही है

रक्षा विभाग की प्रवक्ता सबरीना सिंह ने कहा- “हम जानते हैं कि ग़ुब्बारे को चालाकी से और जान-बूझ कर चलाया जा रहा था.

हालांकि उन्होंने ये नहीं बताया कि आख़िर किस आर्मी बेस से ग़ुब्बारा डेटा जुटाने में सक्षम था.

उन्होंने कहा- “हम अभी ये समझने की कोशिश कर रहे हैं कि किस तरह का इंटेलिजेंस चीन जुटा पा रहा था, हमें अभी उसकी जानकारी नहीं है. लेकिन हमने जिस तरह के क़दम उस वक़्त उठाए उससे हमने उनकी जानकारी जुटाने की क्षमता को कम ज़रूर कर दिया था.”

ग़ुब्बारा कहां उड़ा

अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने फ़रवरी की शुरुआत में अमेरिकी हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने से पहले अलास्का और कनाडा के ऊपर ग़ुब्बारे को ट्रैक किया था.
लगभग 200 फ़ीट (60 मीटर) लंबे इस ग़ुब्बारे को 4 फ़रवरी को अमेरिकी लड़ाकू जेट ने दक्षिण कैरोलाइना के तट से मार गिराया था.

अमेरिकी अधिकारियों ने बाद में कहा कि उन्होंने ग़ुब्बारे के अवशेष बरामद कर लिए हैं. वहीं, चीनी अधिकारियों का कहना था कि यह एक मौसमी ग़ुब्बारा था जिसका काम मौसम की जानकारी जुटाना था.

अधिकारियों ने अमेरिकी मीडिया को बताया कि चीन ग़ुब्बारे को नियंत्रित कर रहा था और इसलिए वह सैन्य ठिकानों के ऊपर से कई बार गुज़र सकता था. इस ग़ुब्बारे का आकार ‘आठ (8)’ जैसा था.

इस घटना ने दोनों देशों के बीच कूटनीतिक विवाद को जन्म दे दिया था. ग़ुब्बारे का पता लगने के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चीन की यात्रा रद्द कर दी थी.

इसके कुछ दिन बाद अमेरिका ने ग़ुब्बारे को मार गिराया. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा था कि चीन दुनिया भर में ऐसे कई ग़ुब्बारे उड़ा रहा है.

Compiled: up18 News