यूपी: समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल मिलकर चुनाव लड़ेंगे उपचुनाव

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उत्तर प्रदेश में मैनपुरी लोकसभा सीट और रामपुर विधानसभा सीट को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है। सपा संस्थापक और सांसद मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी की सीट खाली हो गई है। दूसरी तरफ आजम खान को विवादित बयान मामले में कोर्ट से सजा मिलने के बाद रामपुर विधानसभा सीट गंवानी पड़ी। रामपुर विधानसभा सीट को आजम खान का गढ़ माना जाता है। जहां से बीजेपी आज तक जीत हासिल नहीं कर पाई है। वहीं समाजवादी पार्टी का यहां आजम खान की बदौलत एकछत्र राज रहा है। वहीं मुजफ्फरनगर की खतौली सीट पर बीजेपी से विधायक विक्रम सैनी की भी सदस्यता रद्द हो गई है। कोर्ट ने विक्रम सैनी मुजफ्फरनगर कवाल दंगे में सजा सुनाई है।

मैनपुरी, रामपुर और खतौली में कौन होगा उम्मीदवार

समाजवादी पार्टी और रालोद ने यूपी विधानसभा उपचुनाव की तैयारी तेज कर दी है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव तीनों सीटों पर पार्टियों की दावेदारी तय कर दी है। अब मैनपुरी, रामपुर और खतौली सीट पर उम्मीदवार कौन होगा, इसकी चर्चा तेज हो गई है।

2019 लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव ने मैनपुरी सीट पर जीत दर्ज की थी। माना जा रहा है कि अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव, तेजप्रताप यादव और धर्मेंद्र यादव में से किसी को मैनपुरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाया जा सकता है। एक तरफ शिवपाल यादव भी यहां से चुनाव लड़ने की इच्छा जता रहे हैं। वहीं रामपुर विधानसभा सीट पर आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा 2019 उपचुनाव में जीती थीं। सपा आजम खान के परिवार को ही ये सीट दे सकती है।

खतौली विधानसभा सीट पर रालोद से राजपाल सिंह ने पिछली बार बीजेपी के विक्रम सैनी से हार गए थे। संभवता: जयंत चौधरी राजपाल सिंह को दोबारा मौक दे सकते हैं।

Compiled: up18 News