2021 में ब्रिटेन की संसद में एक प्रस्ताव पेश किया गया था.
इस प्रस्ताव में शिनजियांग में वीगर मुसलमानों के ख़िलाफ़ अपराध और नरसंहार किए जाने की बात कही गई थी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि ऐसा लगता है कि एरकिन तुनियाज़ ने अपना दौरा रद्द कर दिया है. सरकार ने ज़ोर दिया कि एरकिन तुनियाज़ को बुलाया नहीं गया था और ना ही उनकी मुलाक़ात किसी मंत्री से होनी थी.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के मुताबिक़ ब्रिटेन की सरकार हर उस मौक़े का इस्तेमाल करेगी जिसमें चीन के शिनजियांग में मानवाधिकारों उल्लंघनों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की बात होगी.
वीगर मुसलमानों के उत्पीड़न का आरोप चीन पर लगता रहा है. आरोप है कि शिनजियांग प्रांत में हज़ारों वीगर मुसलमानों को कैंपों में हिरासत में रखा गया था.
संयुक्त राष्ट्र ने भी चीन पर मानवाधिकार उल्लंघनों के गंभीर आरोप लगाए थे. हालांकि चीन वीगर मुसलमानों के ख़िलाफ़ उत्पीड़न के आरोपों को ख़ारिज करता रहा है.
Compiled: up18 News