टीटीपी आतंकियों ने अपने बयान में कहा कि पिछले दो दिनों से टीटीपी के लड़ाकुओं ने चित्राल में व्यापक और सफल अभियान चला रखा है। टीटीपी ने कहा कि पाकिस्तान एक बार फिर से फेल साबित हुई है और इसी वजह से वे दावा कर रहे हैं कि हमने अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल हमले के लिए किया है।
पाकिस्तानी सेना को हम बताना चाहते हैं कि हजारों की तादाद में हमारे लड़ाके चित्राल में पहले से ही मौजूद हैं। टीटीपी आतंकियों ने दावा किया कि यह अभियान चित्राल के लोगों की मांग पर शुरू किया गया है।
पाकिस्तान में लागू होगा शरिया कानून
इस अभियान के दौरान उन्हें चित्राल के लोगों का पूरा समर्थन मिल रहा है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तानी सेना के झूठे और आधारहीन दुष्प्रचार की पुरजोर निंदा करती है। उसने कहा कि लोग पाकिस्तान के अन्याय से ऊब गए हैं और वे पाकिस्तान के अन्य इलाकों में भी इसी तरह के सफल अभियान को चलाने की मांग कर रहे हैं। टीटीपी ने कहा कि हमारा जिहाद तब तक जारी रहेगा जब तक कि पाकिस्तान की सरकार हमारे विश्वास, संपत्ति, लोगों पर हमले करती रहेगी। साथ ही शरिया कानून लागू करने का विरोध करती रहेगी।
इस बीच पाकिस्तानी सेना ने भी 10 से ज्यादा टीटीपी आतंकियों को मार गिराने का दावा किया है। पाकिस्तानी सेना ने चित्राल पर टीटीपी के कब्जे के दावे का खंडन किया है। टीटीपी आतंकी पूरे पाकिस्तान पर कब्जा करके देश में अफगानिस्तान की तरह से कठोर शरिया कानून लागू करना चाहते हैं। वे पाकिस्तान के लोकतांत्रिक शासन का विरोध कर रहे हैं। पाकिस्तान का दावा है कि टीटीपी आतंकी अफगानिस्तान में छिपे हुए हैं और वहीं से वे खूनी हमले कर रहे हैं।
पाकिस्तानी सेना और तालिबान में जोरदार लड़ाई
इससे पहले पाकिस्तान की सरकार ने अफगानिस्तान के तालिबानी आतंकियों को धमकी दी थी कि अगर उन्होंने टीटीपी के खिलाफ ऐक्शन नहीं लिया तो वे हवाई हमले करेंगे। इस पर तालिबानी भड़क उठे थे और उन्होंने पलटवार किया था। इस बीच तोर्खम सीमा पर भी तालिबान और पाकिस्तानी सेना के बीच भारी गोलाबारी हुई है जिसमें दोनों ही पक्षों के कई लोग मारे गए हैं और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। इससे दोनों देशों के बीच तनाव बहुत बढ़ा हुआ है।
Compiled: up18 News