आगरा जीआरपी कैंट को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। जीआरपी आगरा कैंट ने चलती ट्रेनों में चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले एक गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इसमें गिरोह का सरगना भी जीआरपी कैंट के हत्थे चढ़ गया है। जीआरपी आगरा कैंट शातिर चोरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की और उन्हें जेल भेज दिया है। इस पूरे मामले का खुलासा सीओ जीआरपी दरवेश कुमार ने किया।
खेरिया पुल के नीचे से किया गिरफ्तार:-
जीआरपी आगरा कैंट ने तीनों शातिर चोरों को खेरिया पुल के नीचे स्थित ज्ञानेश्वर महादेव मंदिर के नजदीक बने रेलवे के बंद पड़े पुराने यान वितरण कार्यालय के पास से गिरफ्तार किया। पकड़े गए अभियुक्त तोताराम पुत्र बबली कुमार, धर्मेंद्र पुत्र रामचंद्र सिंह, और संजय पुत्र सत्यदेव को गिरफ्तार किया।
लगभग 7 लाख के आभूषण किये बरामद
प्रेसवार्ता के दौरान सीओ जीआरपी ने बताया कि जीआरपी इन शातिर चोरों को काफी समय से पकड़ने में जुटी हुई थी लेकिन सफलता हाथ नहीं लग पा रही थी। आज इन तीनों शातिर चोरों को पकड़ लिया गया है। पकड़े गए तीनों शातिर चोरों में इस गिरोह का सरगना तोताराम भी शामिल है तोताराम ही इस पूरे गिरोह को चला रहा था इससे पहले इस गिरोह के तीन लोगों को जेल भेजा जा चुका है तोताराम के साथ जो लोग पकड़े गए हैं वह चोरी के साथ साथ मजदूरी जैसे काम भी करते थे जिससे कोई उन पर शक ना कर सके।
पुलिस पूछताछ में यह जानकारी हुई
सीओ जीआरपी ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि शातिर चोरों से जब पूछताछ की तो शातिर चोरों ने बताया कि वह तीनों मिलकर आर्थिक लाभ के लिए योजना बनाकर ट्रेनों व रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों के कीमती जेवरात और सामान की चोरी करते हैं। प्लेटफार्म एवं प्रतीक्षालयों में बैठे हुए यात्रियों के सामान की रेकी कर लेते हैं और जो देखने में पैसे वाला लगता है एवं औरतों के बैग अधिक भारी लगते हैं जिनमें सोने चांदी के आभूषण मिलने की संभावना ज्यादा लगती है। उन यात्रियों के ट्रेन में जाकर उनके नजदीक बैठ जाते हैं और मौका पाकर उन यात्रियों के कीमती सामान और बैग को चोरी कर ट्रेन की धीमी होते ही चलती ट्रेन से उतर कर फरार हो जाते हैं जो भी बैग या फिर लेडीज पर्स चुराते हैं उसमें से सामान निकाल कर उसने को वहीं फेंक देते हैं जिससे उन पर कोई शक ना करें।
-up18news