आगरा: अर्ध सैनिक बल में नौकरी की मांग को लेकर महाराष्ट्र के नागपुर से दिल्ली की ओर निकले युवाओं के साथ आगरा के जिला प्रशासन ने जो किया, वह शर्मसार कर देने वाला है। शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली अपनी आवाज को रखने के लिए जा रहे युवाओं को पहले तो जिला प्रशासन ने एक धार्मिक स्थल में सभी को डिटेन किया और फिर उन लोगों को अलग-अलग जगह पर ले जाकर छोड़ दिया गया। इतना ही नहीं इनमें से लगभग 10 युवाओं को तो शनिवार शाम तक हिरासत में रखने में के बाद उन्हें टूंडला छोड़ दिया गया।
पुलिस व प्रशासन के इस रवैया से युवा काफी नाराज दिखाई दिए और उन्होंने आगरा के वरिष्ठ सपा नेता रामजीलाल सुमन से संपर्क किया। उन सभी युवाओं ने अपना दर्द और आगरा जिला प्रशासन की जायेती से रूबरू कराया। पूर्व केंद्रीय मंत्री रामजीलाल सुमन ने इस मामले को गंभीरता से लिया और इन युवाओं के रहने खाने पीने का इंतजाम कराया।
रविवार दोपहर को यह युवा मीडिया से मुखातिब होते हुए। इन युवाओं ने अपने साथ हुए पुलिस के व्यवहार की दास्तां बया की। उन्होंने बताया कि किस तरह से उन्हें धर्म स्थल में गलत तरीके से डिटेन करके रखा और फिर युवकों को बसों से अलग अलग जगह भिजवा दिया गया। इन युवाओं का कहना है कि इस दमनकारी नीति से उनका होंसला और जुनून कम नही होगा बल्कि बढ़ेगा।
इस पूरी घटना को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री रामजीलाल सुमन मैं भी अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि देश में अघोषित आपातकाल लग गया हो। इतना ही नहीं इन युवाओं को न्याय दिलाने के लिए बताते हुए इन युवाओं को न्याय दिलाने की बात कही।
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