इरोड/ तमिलनाडु। फिल्म अभिनेत्री जूही चावला ने तमिलनाडु के किसानों के साथ बातचीत के बाद कहा कि कावेरी कॉलिंग आंदोलन (Cauvery calling movement) के लिए धन्यवाद। 1,25,000 किसानों ने वृक्ष आधारित खेती की ओर रुख किया है। उनकी आय और उपज कई गुना बढ़ गई है। यह बड़ी सफलता पूरे भारत में फैलनी चाहिए।
मंगलवार को कावेरी कॉलिंग आंदोलन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए जूही चावला ने कावेरी नदी को पुनर्जीवित करने के महत्वाकांक्षी आंदोलन के जमीनी प्रभाव को समझने के लिए तमिलनाडु के इरोड जिले में किसानों से मुलाकात की। वह इरोड पहुंचीं और गोबिचेट्टीपालयम मेवानी गांव की यात्रा की। कार्यक्रम में मौजूद किसानों ने पेड़ आधारित खेती से उनके जीवन और पर्यावरण में आए बदलावों के बारे में बताया।
जूही चावला ने कहा कि यहां आने से पहले मैं केवल इस परियोजना द्वारा लगाए गए पौधों की संख्या के बारे जानती थी। किसानों से बात करने के बाद मुझे उनके जीवन और पर्यावरण में हुए कई बदलावों के बारे में पता चला। यहां तक कि जिन किसानों ने सूखे और पारिवारिक परिस्थितियों के कारण अपनी जमीन बेचने का फैसला किया था उन्होंने कावेरी कॉलिंग आंदोलन के माध्यम से वृक्ष आधारित खेती की ओर रुख किया। उन्हें नई उम्मीद मिली है। मुझे यह जानकर खुशी हुई कि कई किसानों की आय और उपज में कई गुना वृद्धि हुई है। इससे न केवल अर्थव्यवस्था बल्कि मिट्टी की उर्वरता में भी सुधार हुआ है।
सद्गुरु को दिया धन्यवाद
जूही ने आंदोलन के निर्माता सद्गुरु को धन्यवाद दिया और कहा कि आंदोलन के जमीनी प्रभाव को देखने के बाद उनके प्रति उनका सम्मान बढ़ा है। उन्होंने कहा, “इस तरह के अद्भुत बदलाव लाने के लिए सद्गुरु और ईशा स्वयंसेवकों को मेरा हार्दिक धन्यवाद। किसानों के जीवन में आए बदलावों को देखकर सद्गुरु के लिए मेरा सम्मान कई गुना बढ़ गया है।”
जूही चावला ने 1 लाख पेड़ों के लिए धन जुटाने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि “सद्गुरु के इस महान कार्य में मैं शुरू से ही अपना छोटा सा सहयोग करती रही हूं। मैं फिल्म उद्योग जगत में अपने दोस्तों के जन्मदिन पर 500-1000 पौधे लगाने के लिए फंडिंग कर रही हूं” बता दें कि उन्होंने अभिनेता शाहरुख खान, ऋषि कपूर, आयुष्मान खुराना, ऋतिक रोशन, राकेश रोशन, गायिका आशा भोंसले, लता मंगेशकर और फिल्म निर्माता अनुपम खेर व यश चोपड़ा के जन्मदिन पर पौधे लगाना प्रायोजित किया है।
जूही चावला ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर कावेरी कॉलिंग आंदोलन को प्रमोट किया
उन्होंने कहा कि मैं कावेरी कॉलिंग आंदोलन के बारे में इंस्टाग्राम और ट्विटर जैसी सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर पोस्ट करती रही हूं। इसने फिल्म समुदाय में अच्छी जागरूकता पैदा की है। इन प्रयासों से कावेरी नदी बेसिन के लिए 80,000 पेड़ उगाने में मदद मिली है।
उन्होंने अपने जन्मदिन पर भी अपने दोस्तों से पेड़ लगाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि मैंने अपने पिछले जन्मदिन पर एक याचना की कि मेरे लिए जन्मदिन के उपहार के रूप में पेड़ लगाओ। मुझे कोई अन्य उपहार मत दो। हैरानी की बात है कि मेरे दोस्तों और प्रशंसकों ने लगभग 30,000 पौधे रोपने को प्रायोजित किया। इससे मुझे बहुत खुशी हुई। इसके साथ, मैं कावेरी कॉलिंग आंदोलन के माध्यम से 1 लाख पौधे लगाने के लिए धन जुटाने के अपने लक्ष्य के करीब आ गई हूं।”
किसानों के साथ किया लंच
बता दें कि सेंथिल कुमार के खेत में आयोजित कार्यक्रम में आसपास के गांवों के कई किसानों ने अपने परिवार के साथ भाग लिया। किसानों से बातचीत के बाद जूही उनके साथ लंच करने बैठीं। कावेरी कॉलिंग आंदोलन के माध्यम से पिछले 2 वर्षों में तमिलनाडु और कर्नाटक के किसानों ने अपनी भूमि में 2.1 करोड़ पौधे लगाए हैं। 1,25,000 किसानों ने भारी आर्थिक और पारिस्थितिक लाभ के साथ वृक्ष आधारित खेती को अपनाया है।
-pr
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