Agra News: कैबिनेट मंत्री की अध्यक्षता में आयोजित हुआ एनीमिया कैंप, किशोरियों की हुई खून की जांच

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“सुपोषित उत्तर प्रदेश, एनीमिया मुक्त उत्तर प्रदेश” की थीम पर बरौली अहीर के कम्पोजिट विद्यालय लोधई में हुई किशोरियों की खून की जांच

आगरा: जनपद में छठे राष्ट्रीय पोषण माह के तहत विकास खण्ड बरौली अहीर के कम्पोजिट विद्यालय लोधई में शनिवार को “सुपोषित उत्तर प्रदेश, एनीमिया मुक्त उत्तर प्रदेश” की थीम पर मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की अध्यक्षता में एनीमिया कैम्प का आयोजन किया गया ।

एनीमिया कैम्प में किशोरियों को एनीमिया परीक्षण एवं उपचार से संबंधित जानकारी दी गई । कैम्प में कम्पोजिट विद्यालय की किशोरियों का स्वास्थ्य जांच एवं एनीमिया परीक्षण के साथ-साथ उनको सेनेट्री पैड व आयरन फॉलिक एसिड का भी वितरण किया गया ।

कैबिनेट मंत्री द्वारा 07 गर्भवती महिलाओं की गोद भराई, 07 बच्चों का अन्नप्राशन, 05 कुपोषण से मुक्त हुये बच्चों की माताओं को सम्मानित किया गया और कैम्प में आये हुये लाभार्थियों तथा अन्य को विभागीय कार्यक्रमों के बारे में संबोधित किया गया। कार्यक्रम के अन्त में पोषण माह के अन्तर्गत बेहतर कार्य करने वाली मुख्य सेविकाओं/आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में मंत्री जी द्वारा विभागीय प्रदर्शनी एवं रंगोली का अवलोकन किया गया तथा आंगनबाड़ी केन्द्र लोधई पर सहजन के पौधे का रोपण किया गया।

जिला कार्यक्रम अधिकारी आदीश मिश्रा ने बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह के तहत आज दूसरा कैंप आयोजित किया गया है पहले शिविर में 148 किशोरियों, दूसरे शिविर में 500 से अधिक किशोरियों की एनीमिया से संबंधित जांच की गई l शिविर में जांच करने आई सभी किशोरियों को आयरन फोलिक एसिड की टेबलेट और सेनेटरी नैपकिन का भी वितरण किया गया ।

किशोरियों आगे चलकर मां बनती है। इसलिए किशोरियों के समुचित पोषण पर ध्यान देना आवश्यक है। घर में उपलब्ध हरी पत्तेदार सब्जियों का प्रयोग कर किशोरियों को एनीमिया के दुष्प्रभाव से बचाया जा सकता है। दूध से बनी चीजें जैसे दही एवं पनीर से भी समुचित पोषण प्राप्त किया जा सकता है। मौसमी फलों के सेवन भी पोषण एवं एनीमिया प्रबंधन में प्रभावी होता है।

किशोरियों में आयरन की कमी से उनके कार्य करने कि क्षमता में कमी, पढाई में ध्यान कि कमी, भूख में कमी, विकास में बाधा के अलावा प्रसव के दौरान जटिलताएं बढ़ जाती है। उन्होनें ने बताया हमारे घरों में तमाम तरह की भोजन सामग्री मौजूद रहती है। जिसे विविध तरीकों से अपनाकर समुचित पोषण प्राप्त किया जा सकता है।

शिविर में जांच करनी आई किशोरी तमन्ना बताती हैं कि मैंने इंटर तक की परीक्षा पूरी कर चुकी हूं । अब मैं पढ़ाई नहीं करती हूं लेकिन मैं घर की कोई काम करती हूं तो मुझे थकान महसूस होती है, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मेरे घर आई और उन्होंने शिविर में जांच करने की सलाह दी, मैंने आज एएनएम दीदी से अपनी जांच कराई तो मुझे पता चला कि मुझ में खून की थोड़ी कमी है जिसे खानपान से दूर किया जा सकता है, मैं अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखूंगी l

इस मौके पर सीडीपीओ हरिचंद्र मौर्य सेक्टर सुपरवाइजर नीलिमा वर्मा कुसुम गुप्ता एएनएम रति शर्मा प्रीति आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सुधा यादव शशि देवी आशा कार्यकर्ता कुंती उपस्थिति रही ।