आगरा जिला अस्पताल की नर्स घर में संचालित कर रही थी अस्पताल, स्वास्थ्य विभाग ने किया सील

स्थानीय समाचार

आगरा: आगरा के एक अस्पताल में हुए अग्निकांड में 3 मौतों के बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद टूट चुकी है। शहर हो या फिर देहात सभी जगह बिना मांगों के चल रहे हॉस्पिटलों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है लेकिन शुक्रवार को हुई कार्रवाई ने आगरा जिला अस्पताल में भी हड़कंप मचा दिया। यह कार्यवाही कागारौल के अंतर्गत आगरा जयपुर हाईवे स्थित गांव गुड़ की मंडी की लव कुश कॉलोनी में हुई।

दरअसल इस कॉलोनी में एक महिला अपने घर में अस्पताल चला रही थी। इस अस्पताल को चलाने वाली जिला अस्पताल के स्टाफ नर्स बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक छापामार कार्रवाई के दौरान अस्पताल के कमरा में महिला रोगी को ड्रिप चढ़ाई जा रही थी। महिला रोगी को सीएचसी पर शिफ्ट करने के लिए एंबुलेंस कॉल की गई। तभी तथाकथित चिकित्सक रोगी को साथ लेकर चली गई।

इस पूरे मामले को लेकर सीएमएस डॉ. ए के अग्रवाल का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। जिला अस्पताल में लक्ष्मी शर्मा नाम की स्टाफ नर्स है जो संविदा पर कार्यरत हैं। इस समय उनकी ड्यूटी एनआरसी में चल रही है लेकिन वह आज अनुपस्थित हैं। वह अस्पताल संचालित कर रही थी, इसकी उन्हें प्रॉपर जानकारी नहीं है लेकिन मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।

सीएमएस ए के अग्रवाल का कहना है कि अगर स्टाफ नर्स ऐसा कर रही थी तो गलत है। क्योंकि सरकारी नियम के अनुसार नर्सिंग स्टाफ को किसी भी तरह की प्रैक्टिस की अनुमति नहीं है। अगर वैसा कर रही हैं तो उनकी संविदा समाप्त की जा सकती है।

चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर पीयूष अग्रवाल के अनुसार महिला रोगी का अबॉर्शन किया गया प्रतीत होता है। तथाकथित महिला चिकित्सक के घर के तीन कमरों को सील कर दिया गया है।