आगरा: एत्मादपुर के गांव में दरोगा का शव पहुंचने पर मचा कोहराम, सलामी देने के बाद किया गया अंतिम संस्कार

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आगरा। बुलंदशहर में चेकिंग के दौरान एक डंपर द्वारा कुचलने से हुई दरोगा संजय कुमार यादव की मौत के बाद जब उनका शव एत्मादपुर के पैतृक गांव में लाया गया तो पूरे परिवार में कोहराम मच गया। अंतिम दर्शन के लिए पूरे गांव के लोग एकत्रित हो गए तो वही गमगीन माहौल में जिला मुख्यालय से आई सलामी गारद ने दरोगा की अंतिम सलामी दी जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया।

बताते चलें कि थाना एत्मादपुर क्षेत्र के गांव द्वारा निवासी दरोगा संजय कुमार यादव बुलंदशहर में तैनात थे। वहां अवैध खनन की शिकायत पर वेद चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान एक डंपर ने उन्हें टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल दरोगा को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। इस घटना की जानकारी पर उनकी पत्नी और भाई बुलंदशहर पहुंच गए थे।

मृतक दरोगा के पिता पुरुषोत्तम यादव ने बताया कि उनके तीन बेटों में सबसे बड़े संजय यादव थे। 1995 में पुलिस में भर्ती हुए थे। उनकी पत्नी कुसुम और बेटा पंकज एवं बेटी प्रतिभा के साथ टूंडला में रह रहे थे। दोनों भाई बृजेश और जयप्रकाश गांव में ही रहते हैं जो खेती करते हैं। घटना के बाद जहां परिवार में मातम पसरा हुआ है तो वही मां और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है।

बीती रात बुधवार को लगभग 10 बजे दरोगा की अंतिम यात्रा गांव के श्मशान घाट पर पहुंची। जहां सलामी गारद ने दरोगा को अंतिम सलामी दी। इसके बाद उनके बेटे पंकज ने अपने पिता की चिता को मुखाग्नि दी।