आगरा: रोमसंस कम्पनी के जनरल मैनेजर ने ऐसी हरकत कर दी कि पूरे स्टाफ को शर्मसार होना पड़ रहा है। थाना एत्मादद्दौला क्षेत्र में स्थित इस कम्पनी में कार्यरत एक युवती पर जनरल मैनेजर का दिल आ गया और उस पर अवैध सम्बंध बनाने के लिए दबाव बनाने लगा। युवती ने प्रस्ताव को ठुकरा दिया तो जनरल मैनेजर ने उसे नौकरी से निकालने की धमकी दी। बात यही नहीं रुकी, युवती का आरोप है कि मैनेजर ने उसके साथ अश्लील हरकत की। इसकी तीन दिन पहले युवती ने पुलिस से शिकायत कर दी। मामले में पुलिस ने छानबीन कर मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने आज जनरल मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया।
थाना एत्मादुद्दौला क्षेत्र में आगरा-हाथरस रोड पर शोभानगर के पास रोमसंस कम्पनी है। यहां लेबोटरीज से सम्बंधित उपकरण तैयार होते हैं। संग्राम किशोर जनरल मैनेजर के पद पर तैनात है। कम्पनी में उनके साथ महिला स्टाफ भी काम करता है। एक युवती जोकि शहर से बाहर की है और यहां किराये पर रहकर कम्पनी में नौकरी कर रही है। पीड़िता कंपनी में जूनियर इंजीनियर के पद पर 15 जून 2018 से कार्यरत थी। उसने मुकदमा दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि अक्तूबर 2020 से कंपनी में आर एंड डी जनरल मैनेजर के पद पर तैनात संग्राम किशोर मलिक ने कई बार शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया। उसे बदनीयत से हाथ लगाता था। कई बार शारीरिक शोषण का प्रयास किया। वह हर बार विरोध करती रही।
तीन नवंबर को हुई यह घटना
युवती ने कहा कि तीन नवंबर 2021 की शाम चार बजे आधा घंटा पहले छुट्टी का पास बनवाने के लिए सग्राम किशोर मलिक के पास गई थी। तभी उसने उसके साथ जोर जबर्दस्ती की। बदनीयत से हाथ लगाया। जबरन शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया। विरोध पर गालियां दी। जान से मारने की धमकी भी देने लगा। बात नहीं मानने पर बदनाम करने की कहने लगा। 31 जनवरी को एक बार फिर वही दबाव बनाया। पीड़िता ने पुलिस से शिकायत की।
सीओ छत्ता दीक्षा सिंह के मुताबिक, मामले में थाना एत्माद्दौला पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे। इस पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसे शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। घटना से संबंधित सभी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
बंधक बनाकर त्याग पत्र पर कराए हस्ताक्षर
पीड़िता ने दर्ज कराए मुकदमे में लिखा है कि जीएम ने कहा था कि कंपनी मालिक नीरज खन्ना उसके दोस्त हैं। मैं उनकी पूरी व्यवस्था करता हूं। इसलिए उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। बात नहीं मानेगी तो उसके साथ बहुत बुरा कर देगा। पीड़िता ने लिखा है कि संग्राम किशोर के कृत्य की जानकारी उसने एचआर डिपार्टमेंट में मौखिक रूप से दी। मगर, कोई कार्रवाई नहीं हुई। कंपनी मैनेजमेंट का व्यवहार भी प्रतिकूल रहा। एक फरवरी को कंपनी मैनेजमेंट ने बंधक बना लिया। जबरन पहले से टाइप त्याग पत्र पर हस्ताक्षर करा लिए। इसके लिए न कोई नोटिस दिया और न ही कारण बताया। संग्राम किशोर के गलत इरादों में सहमति नहीं जताने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की गई। कंपनी में महिला कर्मचारियों की शिकायत सुनने के लिए कोई सेल नहीं था। इससे उसे और कठिनाई का सामना करना पड़ा, वो तनाव में है।
जीएम हुआ बर्खास्त
रोमसंस कंपनी के निदेशक विकास खन्ना ने बताया कि युवती की शिकायत पर आरोपी जीएम को तत्काल बर्खास्त कर दिया गया। वह भाग गया था। इस पर उसे बहाने से बुलाकर पुलिस के सुपुर्द किया गया। पुलिस अपनी विवेचना कर रही है, कंपनी की ओर से भी आंतरिक जांच कराई जा रही है, जो भी साक्ष्य होंगे पुलिस को उपलब्ध कराए जाएंगे। युवती की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई की गई है। उसने स्वेच्छा से त्यागपत्र दिया था। उसे पूरी सैलरी भी दी गई है। बंधक बनाकर जबरन त्याग पत्र लिखाने का आरोप गलत है।
-एजेंसी