मथुरा। भाद्रपद अष्टमी आज 4 सितम्बर रविवार को श्रीकृष्ण-जन्मस्थान पर श्रीराधाष्टमी महोत्सव भाव, उल्हास एवं श्रद्धा से मनाया गया।
श्रीकृष्ण-जन्मभूमि परिसर में स्थित भगवान श्री केशवदेवजी महाराज के मनोहारी श्रीविग्रह के राधा रूप में दर्शन करके भक्तजन आनन्दित हो उठे। भागवत भवन में शहनाई की मधुर ध्वनि पर स्थानीय श्रद्धालुओं के स्वर से स्वर मिलाते हुये देश-विदेश से पधारे हजारों-हजार श्रद्धालुओं ने श्रीराधाजी के जन्म पर सुन्दर बधाई गायन किया। पुष्प वर्षा के मध्य भाव विभोर होकर नृत्य करते हुये श्रद्धालु मजीरे की थाप, हरिनाम संकीर्तन, सुमधुर ध्वनि में शहनाई वादन सबकुछ श्रीकृष्ण-जन्मस्थान पर बरसाना धाम की अनुभूति करा रहा था। साथ ही भागवत भवन मंदिर में श्रद्धालुओं को बधाई में उपहार भी वितरित किये।
श्रीराधाष्टमी के मुख्य आयोजन का शुभारम्भ प्रातः से ही जन्मभूमि के भागवत भवन मंदिर में श्रीगणेश, श्रीनवग्रह आदि के पूजन के उपरान्त श्रीराधा सहस्त्रार्चन का पाठ गुलाब के पुष्पों के साथ किया गया। पुष्पार्चन के उपरान्त श्रीराधाजू की प्राकट्य आरती हुयी। इसके उपरान्त भागवत भवन में स्थित श्रीराधाकृष्ण मंदिर में हुआ श्रीराधा जी का दिव्य पंचामृत जन्माभिषेक।
जन्माभिषेक के मध्य शास्त्रीय मंत्रों की गूँज, शहनाई, नगाड़े, ढोल, झाँझ, मजीरे एवं मृदंग की ध्वनि से झूमते-नाचते श्रद्धालू संपूर्ण वातावरण को भावमय कर रहे थे। श्रद्धालुओं से खचाखच भरे भागवत भवन में निरन्तर पुष्प एवं मालाओं की बरसात हो रही थी। दिव्य श्रंगार, पोशाक एवं भव्य पुष्प सज्जा के मध्य विराजमान युगल-सरकार श्रीश्यामा-श्याम जू की छवि प्रभू के साक्षात दर्शन का आभास भक्तों को करा रही थी।
भक्तों हेतु श्रीकृष्ण-जन्मस्थान परिसर में स्थित श्रीकेशवेदव मंदिर के निकट प्रातः बाल भोग एवं अभिषेक के उपरान्त पंचामृत प्रसाद के साथ-साथ वृहद मात्रा में बधाई रूप में प्रसादी-भण्डारे का आयोजन दोपहर में किया गया।
श्रीराधाष्टमी के शुभअवसर पर आज रविवार को प्रातः 10 बजे से दोपहर 2बजे तक भागवत भवन मंदिर में श्रीकृष्ण संकीर्तन मण्डल के रसिक भक्तजन एवं भजन गायिका सुश्री नीलम शास्त्री आदि सहित अन्य भक्तजन द्वारा श्रीराधाजू की सेवा में बधाई एवं भजन प्रस्तुति किये जिसे सुन श्रद्धालुगण उद्दाम नृत्य करने लगे तथा संपूर्ण मंदिर जयश्रीराधे के जयकारों से गूंज उठा।
इस अवसर संस्थान के सचिव कपिल शर्मा, सदस्य गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी एवं श्रीकृष्ण संकीर्तन मण्डल व श्रीकृष्ण सेवा मण्डल के सेवाभावीजन की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
-एजेंसी