CJI चंद्रचूड़ ने कहा, जज न तो प्रिंस हैं और न ही सम्राट, ऐसे फैसले न लिखें जिन्हें कोई नहीं समझ सकता
देश के प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ ने कहा कि भारतीय अदालतों की पुनर्कल्पना थोपे गये ‘साम्राज्य’ के बजाय विमर्श की लोकतांत्रिक व्यवस्था के रूप में की गई हैं। उन्होंने कहा कि जज न तो राजकुमार हैं और न ही सम्राट, जो यह बहाना बना सकें कि वो ऐसे फैसले लिखेंगे जिन्हें कोई नहीं समझ […]
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