जब नील का दाग मिटा चंपारण1917 पुस्तक: लेखक पुष्यमित्र ने ऐसी घटनाओं, किसानों की दुर्दशा को किया है चित्रित…

नई दिल्ली : महात्मा गांधी अंग्रेजों द्वारा किसानों पर किये जा रहे अत्याचारों से किसानों की मदद करने के इरादे से चंपारण गए थे। ब्रिटिश कानून के तहत किसानों को अपनी जमीन पर नील की खेती करने के लिए मजबूर किया जाता था और इसके लिए उन्हें बहुत कम भुगतान मिलता था। गांधी जी द्वारा जो कदम […]

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