पौष द्वादशी पर नारायण पूजा से मिलता है वाजिमेध यज्ञ का फल

आज सफला एकादशी के बाद कल पौष महीने की द्वादशी होगी। व‍िष्‍णु पूजा के अस पर्व पर पूजा करने से वाजिमेध यज्ञ जैसा फल प्राप्‍त होता है। वैसे तो पौष के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की दोनों की ही द्वादशी तिथि पर भगवान विष्णु की विशेष पूजा करने की परंपरा ग्रंथों में बताई गई है। […]

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इस शुभ समय में किए गए तीर्थ स्नान, दान और पूजा-पाठ से मिलता है कभी न खत्म होने वाला पुण्य

सनातन काल की ज्‍येत‍िषीय गणनाओं के अनुसार 15 व 16 जुलाई के मध्‍य सूर्य कर्क राशि में आ जाता है जिसे कर्क संक्रांति कहते हैं। इस दिन को धर्म ग्रंथों में पर्व कहा गया है। इस संक्रांति पर्व का पुण्यकाल सूर्योदय से शुरू होकर शाम तकरीबन 5 बजे तक रहेगा। इस शुभ समय में किए […]

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