खतरे में हैं लोकतंत्र के प्रहरी, सरकारें हो चुकी है बहरी !

पत्रकारों का हो रहा उत्पीड़न, सच सामने लाना पड़ रहा भारी हमारे लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ जिसे मीडिया भी कहा जाता है औऱ जिसको लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में दर्जा मिला है। उस स्तम्भ में हम पत्रकार समाहित हैं। वह स्तम्भ लगातार खतरे को शिद्दत से महसूस कर रहा है। पत्रकार जो कि […]

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