प्रवचन: अपनी संस्कृति पर गौरव करना सीखें: जैन मुनि मणिभद्र
आगरा: आज हम लोग बाहरी पाश्चात्य संस्कृति को अपनाते अपनाते अपनी स्वयं की हिंदू संस्कृति से दूर होते जा रहे है। अगर कोई आज अपनी संस्कृति का पालन करते हुए चोटी रखता है, धोती -कुर्ता अथवा शुद्ध वस्त्रों को धारण करता है तो हम उसे उपहास की दृष्टि से देखते है और स्वयं को बाहरी […]
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