आगरा: ‘समाज की दया और तालियां बजाकर भीख का पैसा नहीं, समानता का अधिकार चाहिए’- ट्रांसजेंडर देविका

आगरा: ‘मंगलामुखियों को समाज की दया नहीं समानता चाहिए। तालियां बजाकर भीख का पैसा नहीं, काम चाहिए। देश की साढ़े छह करोड़ मंगलामुखियों की स्थिति को बदलना है तो समाज को पहले अपना नजरिया बदलना पड़ेगा। हिजड़ा और छक्का कहकर सम्बोधित कर मुंह पर हाथ रखकर हंसने वालों को उनके दर्द को महसूस करना होगा।’ […]

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