30 साल बाद 17 जनवरी से स्‍वराशि कुंभ में प्रवेश करेंगे शनिदेव, कई राशियों के जातकों पर डालेंगे प्रभाव

ज्योतिष शास्त्र में शनि का गोचर हमेशा से ही बहुत अहम होता है. 30 साल बाद शनिदेव, कुंभ राशि में दोबारा से गोचर करने वाले हैं। एक ओर सूर्यदेव 15 जनवरी को अपने पुत्र शनि की राशि में प्रवेश करेंगे, उसके ठीक दो दिन बाद ही शनिदेव कुंभ राशि में अपनी यात्रा शुरू करेंगे। मकर […]

Continue Reading

ज्योतिष शास्त्र: गूलर की जड़ हाथ में बांधने से आ सकती है वैवाहिक जीवन में मधुरता

ज्योतिष शास्त्र में जैसे नवग्रह से संबंधित नवरत्नों का वर्णन किया गया है, वैसे ही नवग्रह का संबंध किसी न किसी पेड़ से बताया गया है। जैसे- शनि का संबंध शमी के पेड़ से होता है। सूर्य का संबंध बेल के पेड़ से बताया गया है। यहां हम बात करने जा रहे हैं गूलर के […]

Continue Reading

जानिए! हिंदू धर्म में क्या होता है खरमास, इस दौरान क्यों नहीं होते मांगलिक कार्य?

ज्योतिष शास्त्र और हिंदू धर्म में खरमास को बहुत ही अशुभ माना जाता है। इस दौरान कोई भी शादी-विवाह आदि मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। खरमास पूरे एक माह तक रहता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस साल दिसंबर में 15 तारीख से खरमास शुरू हो रहा है, जो नए साल में 14 जनवरी […]

Continue Reading

ब्रह्मांड से जुड़े कई अनसुलझे प्रश्नों का विस्तार से उत्तर देता प्राचीन हिन्दू शास्त्र “सूर्य सिद्धांत”

सूर्य सिद्धान्त भारतीय खगोलशास्त्र का प्रसिद्ध ग्रन्थ है। कई सिद्धान्त-ग्रन्थों के समूह का नाम है। वर्तमान समय में उपलब्ध ग्रन्थ मध्ययुग में रचित ग्रन्थ लगता है किन्तु अवश्य ही यह ग्रन्थ पुराने संस्क्रणों पर आधारित है जो ६ठीं शताब्दी के आरम्भिक चरण में रचित हुए माने जाते हैं। भारतीय गणितज्ञों और खगोलशास्त्रियों ने इसका सन्दर्भ […]

Continue Reading

पुष्य नक्षत्र में जन्मी कन्या होती है सौभाग्याली

ज्योतिष शास्त्र के सभी 27 नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र को सर्वश्रेष्ठ माना गया है, यद्यपि अभिजीत मुहूर्त को नारायण के ‘चक्रसुदर्शन’ के समान शक्तिशाली बताया गया है फिर भी पुष्य नक्षत्र और इस दिन बनने वाले शुभ मुहूर्त का प्रभाव अन्य मुहूर्तो की तुलना में सर्वश्रेष्ठ माना गया है। यह नक्षत्र सभी अरिष्टों का नाशक […]

Continue Reading