सूर्यकुमार यादव ने बताया कि कैसे बदल गई है उनकी ज़िंदगी…

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सूर्यकुमार यादव ने एक अंग्रेजी अखबार को दिए एक साक्षात्कार में बताया कि वो अपने शॉट्स देखकर ख़ुद ही हैरान हो गए थे. उन्होंने घरेलू मैच और आईपीएल में भी ऐसे शॉट मारे थे लेकिन किसी बड़े गेम में ऐसा नहीं हुआ था.

उन्होंने बताया, ”मैंने अपने पिछले तीन महीनों के वीडियो देखे थे. तब मुझे लगा कि ये शॉट मैंने कैसे खेल दिया. मैंने ऐसा कैसे किया. मैंने सोशल मीडिया पर इसे देखा था और फिर बार-बार इसे देखता रहा.”

सूर्यकुमार यादव ने टी20 विश्व कप के कई मैच में शानदार प्रदर्शन किया था. उन्होंने भारत-न्यूज़ीलैंड t20 मैच में 51 गेंदों पर 111 रन बनाकर शतक जड़ा था जिसकी बहुत सराहना भी हुई थी.

उनके प्रदर्शन पर टीम प्रतिक्रिया को लेकर सूर्यकुमार ने बताया, ”रोहित शर्मा ही मेरे प्रदर्शन की सराहना करते थे. लेकिन, इस सीज़न में उन्होंने मेरे कई शॉट देखे पर कुछ नहीं कहा. कुछ मैचों में उन्होंने कहा कि मुझे अब कुछ बोलना नहीं है, अभी तेरे बारे में.”

‘एक बार जब मैं विराट भाई आए और उन्होंने कहा, ”तू वीडियो गेम खेल रहा है क्या. अलग चल रहा है तेरा भी.” ऐसी बातें सुनना अच्छा लगता है.”

सूर्यकुमार यादव ने रोहित शर्मा से जुड़ा एक और क़िस्सा बताया. रोहित शर्मा ने एक बार कहा था कि वो टीम में सबसे ज़्यादा सामान लाते हैं.

इस पर सूर्यकुमार ने कहा, ”मेरी पत्नी मेरे साथ सफ़र करती हैं इसलिए कुछ सूटकेस और बढ़ जाते हैं. लेकिन, उनका मतलब ये था कि बल्लेबाज़ी करते हुए मैं अतिरिक्त बोझ लादकर चलता हूं.”

”मैंने उनसे कहा था कि योजनाओं से जुड़ा मेरा जो भी अतिरिक्त भार होता है, वो मैं ग्राउंड पर छोड़ देता हूं. जब मैं ग्राउंड पर होता हूं तो कुछ और नहीं सोचता. चाहे मैंने अच्छा खेला या नहीं पर जब तक टीम साथ नहीं बैठती मैं वापस लौटकर क्रिकेट पर किसी से बात नहीं करता.”
उन्होंने बताया कि किसी उलझन की स्थिति में वो रोहित शर्मा से बात करते हैं.

सूर्यकुमार यादव ने बताया, ”मैंने पहले राहुल (द्रविड़) भाई से भी बात की थी. जब उन्होंने मेरी ऐसी कई पारियां देखीं तो मुझसे बताया कि मैं जिस नंबर पर बल्लेबाज़ी कर रहा हूँ वहाँ से खेल बदल सकता हूँ. जब वो भारतीय टीम के कोच बने, तो मैंने उनके पास जाकर कहा कि जब मैच 7-14 ओवर के बीच हो तो मुझे भेजें. मैंने मुंबई इंडियंस के लिए ऐसी स्थिति में कई बार बल्लेबाज़ी की है. इस स्थिति में कैसे रन बनाने हैं मैं जानता हूँ. वो तैयार हो गए और मुझे भेज दिया.”

सूर्यकुमार यादव ने बताया कि कैसे उनकी ज़िंदगी बदल गई है. अब लोग उन्हें पहचानकर रोकने लगे हैं. साथ ही अब उनकी व्यवस्तता भी काफ़ी बढ़ गई है और परिवार के लिए समय कुछ कम हुआ है.

उन्होंने टेस्ट क्रिकेट भी खेलने की इच्छा जताई.

सूर्यकुमार ने कहा, ”मैंने ये फॉर्मेैट खेला है. मुझे रेड बॉल क्रिकेट का अंदाज़ा है क्योंकि हम सब ने उसी से शुरुआत की थी. हां, स्थितियां चुनौतीपूर्ण होती हैं लेकिन अगर आप दिमाग का इस्तेमाल करें और खेल का तरीक़ा बदलें तो सफ़लता ज़रूर मिलेगी.”

Compiled: up18 News