सुपरस्टार शाहरुख खान की बेटी सुहाना खान ने खुद को ओवरथिंकर बताया

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आपको जानकर हैरानी होगी कि ओवरथिंकिंग और एंग्जायटी को अधिकतर लोग कोई समस्या ही नहीं मानते जबकि इसे नजरअंदाज करने पर समस्या गंभीर हो सकती है। बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण और आलिया भट्ट भी जिंदगी के किसी न किसी मोड़ पर इस समस्या की शिकार रह चुकी हैं। आइए जानते हैं कि 23 साल की सुहाना खान इस समस्या को कैसे कंट्रोल करती हैं।

निकलने के लिए करती हैं ये काम

ओवरथिंकिंग या एंग्जायटी में व्यक्ति छोटी-छोटी बातों पर परेशान हो जाता है और उसकी फीलिंग्स काबू से बाहर हो जाती हैं। इस स्थिति को कंट्रोल करने के लिए सुहाना खान 1 घंटे वर्कआउट करती हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने बताया कि वर्कआउट करने से सिर्फ शारीरिक ही नहीं मानसिक लाभ भी प्राप्त होता है।

बहुत बुरी चीज है एंग्जायटी

ओवरथिंकिंग एंग्जायटी की शुरुआत है। यह बहुत ही खराब फीलिंग है जो व्यक्ति के अंदर इमोशन्स का सैलाब लाती हैं। एक पल के लिए वो खुश और शांत होता है और दूसरे ही पल डर, नर्वस, असहज, बेचैनी और चिंतिंत हो जाता है। मेडलाइन प्लस के मुताबिक (ref.) एंग्जायटी डिसऑर्डर बन सकती है, जो वक्त के साथ गंभीर होती रहती है।

एंग्जायटी डिसऑर्डर के प्रकार

जर्नालाइज्ड एंग्जायटी डिसऑर्डर (GAD)
पैनिक डिसऑर्डर
फोबिया

एंग्जायटी डिसऑर्डर्स के लक्षण

कंट्रोल ना कर पाने वाली चिंता
तेज धड़कन
बेवजह दर्द उठना
चक्कर आना
सांस फूलना
बर्ताव बदल जाना
कैफीन या दूसरी चीजों का उपयोग

किसी खास चीज या स्थिति से डरना भी एंग्जायटी

जैसा कि अभी बताया फोबिया भी एंग्जायटी का एक प्रकार है। जिसमें व्यक्ति को किसी खास स्थिति, व्यक्ति, चीज आदि से डर लगने लगता है। इससे बचने के लिए वो किसी भी हद तक जा सकता है चाहे उससे सभी से कटना ही क्यों ना पड़े। ऐसे लोग की आम जिंदगी प्रभावित होने लगती है। उदाहरण के लिए ऊंचाई, पानी या किसी जानवर से इस तरह डरना कि आपकी सांस फूलने लगें, चक्कर आने लगें आदि।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

Compiled: up18 News