आगरा: यमुना पार के प्रिया हॉस्पिटल में स्टिंग ऑपरेशन, मौके पर मिला भ्रूण, सील की हुई कार्यवाई

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आगरा: हरियाणा टीम को सूचना मिली थी कि प्रिया हॉस्पिटल में लिंग चेक करने व अवैध तरीके से गर्भपात कराने की सूचना मिली थी। इस पर हरियाणा से आई स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आगरा स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर शनिवार को ट्रांस यमुना फेस टू में प्रिया हॉस्पिटल में स्टिंग ऑपरेशन कर छापा मारा। टीम को हॉस्पिटल में पहले से ही गर्भपात द्वारा निकाला गया एक भ्रूण भी मौके पर बरामद हुआ। हरियाणा की टीम के साथ आगरा के सीएमओ भी मौके पर पहुंचे और अस्पताल पर जांच-पड़ताल के बाद कार्रवाई के निर्देश दे दिए गए हैं। अस्पताल में मौजूद गर्भपात में प्रयुक्त किए जाने वाली मशीनें और अस्पताल को सील किया गया।

सूचना सटीक होने पर छापा

सूत्रों की माने तो टीम को पहले से ही अस्पताल में गर्भपात कराए जाने की सूचनाएं मिल रही थी। जिसके बाद हरियाणा के जिला नुहु के डिप्टी सिविल सर्जन डॉ अरविंद और डॉक्टर आशीष सिंगला के नेतृत्व में एक टीम तैयार की गई। टीम ने डमी पेशेंट को अस्पताल में स्टिंग के लिए भेजा। जहाँ डॉक्टर से गर्भपात की बात की गई। डॉ राजीव कुमार ने पेशेंट को गर्भपात के लिए ₹40000 बताए। जैसे ही पेशेंट ने डॉक्टर को पैसे मुहैया कराए, बाहर इंतजार में खड़ी टीम ने पैसे के साथ डॉक्टर को दबोच लिया।

अस्पताल में छापे से मचा हड़कंप

गर्भपात करने वाले डॉक्टर को जैसे ही पता चला कि यह पेशेंट नहीं बल्कि हरियाणा की टीम है और स्टिंग ऑपरेशन करने आई है। डॉक्टर के हाथ पांव फूल गए और अपने हाथ में पकड़े हुए ₹10000 रुपये वॉश बेसिन के पाइप में डालने की कोशिश की लेकिन टीम के साथ मौजूद पुलिस ने वह पैसे अपने कब्जे में ले लिए।

गर्भपात कराने आया दंपति मिला

इस पूरी कार्यवाही के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम को गर्भपात कराने आया जैतपुर कला का एक दंपति भी मिला। इस दंपति से स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पूछताछ की। पूछताछ के दौरान उन्होंने कहा कि हम अब बच्चा नहीं चाहते थे इसलिए यहां पर आए थे। सीएमओ अरुण श्रीवास्तव ने दंपति से गर्भपात के लिए लाने वाले एजेंट और गर्भपात कितने में तय हुआ इसकी जानकारी ली तो एजेंट के बारे में दंपति ने कुछ नहीं बताया लेकिन 10000 रुपये में गर्भपात की फीस जरूर बताई।

सीएमओ अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि ट्रांस यमुना के प्रिया हॉस्पिटल में इससे पहले भी गर्भपात की सूचना पर कार्रवाई की गई थी और इसके बाद डॉक्टर ने कार्यवाही के विरुद्ध हाईकोर्ट से स्टे ले लिया था। करीब 1 महीने पहले फिर से अस्पताल शुरू हुआ है।सीएमओ अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि इस बार फिर से अस्पताल में गर्भपात की सूचना हरियाणा स्वास्थ्य विभाग को मिली जिसके बाद हरियाणा की टीम के साथ हॉस्पिटल पर छापामार कार्रवाई की गई।

अस्पताल की कार्यप्रणाली संदिग्ध मिली जिसके बाद फिर से अस्पताल पर कार्रवाई की जा रही है। छापेमारी के दौरान अस्पताल में एक भ्रूण भी मिला है और उसके पिता से बात की गई तो उसने बताया कि उसके पास पहले से 3 लड़कियां हैं। वह अभी चौथा बच्चा नहीं चाहता था इसलिए यहां गर्भपात कराने आया है। भ्रूण का पोस्टमार्टम किया जाएगा जिसके बाद अस्पताल को सील करने की कार्रवाई पूरी की जाएगी।

कोख के कातिलों की मंडी बनी

सूत्रों की माने तो यमुना पार क्षेत्र अवैध हॉस्पिटल की मंडी बना हुआ है और कोख में मर्डर का खेल सिर्फ इसी हॉस्पिटल में नही बल्कि यमुना पार क्षेत्र के अधिकतर हॉस्पिटल में खेल चल रहा है।

-एजेंसी