राधास्वामी मत के आदि केंद्र हजूरी भवन आगरा में विशेष सत्संग महोत्सव: दूसरे दिन लाला जी महाराज का भंडारा

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आगरा: राधास्वामी सत्संग हज़ूरी भवन में विशेष सत्संग महोत्सव के दूसरे दिन मत के तृतीय आचार्य परम पुरुष पूरन धनी लालाजी महाराज के भंडारे का आयोजन हुआ। प्रात: ११:३० बजे लालाजी महाराज की समाध पर आरती सत्संग आरम्भ हुआ तत्पश्चात भोग लगाया गया और पंगत की शुरुवात हुई। महोत्सव में आये हज़ारों सत्संगियों ने प्रसाद ग्रहण किया।

परम पुरुष पूरन धनी लालाजी महाराज मत के संस्थापक एवं द्वितीय आचार्य परम पुरुष पूरन धनी हुज़ूर महाराज राधास्वामी दयाल के पुत्र थे। उन्होंने सत्संग की बागडोर सन १८९८ से १९२६ तक सम्भाली। इन वर्षों में असंख्य प्रेमीजन खिंचकर आये और अपना भाग जगाकर परमार्थ की दात पा, निहाल होते रहे। लालाजी महाराज ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, व राजस्थान से असंख्य प्रेमी भक्तों को खींच बुलाया।

लालाजी महाराज ने अपने सत्संग-काल में न केवल नाम की ध्वजा फहराई और प्रेम का प्रकाश लुटाया, वरन राधास्वामी मत के दर्शन को बहुत ही सहज ढंग से प्रस्तुत किया, जिससे अनेकों जिज्ञासु राधास्वामी मत की ओर आकर्षित हो गये।

परम पुरुष पुरन धनी लालाजी महाराज ने अपने २८ वर्षों के सत्संग कार्यकाल में अभूतपूर्व दया और दात लुटाई और राधास्वामी मत के मौलिक सिद्धांतों को

विशेष: कल दिनांक ५-१२-२०२३ को प्रातः ६-९:३० बजे परम पुरुष पूरन धनी दादाजी महाराज की पवित्र रज सभी सत्संगियों के दर्शनार्थ हज़ूरी भवन स्थित गुरू भवन में रखी जायेगी तदुपरांत ११:३० बजे पवित्र रज उनकी नवनिर्मित समाध में प्रतिस्थापित की जायेगी।