आगरा। ताजमहल से आरबीएस कॉलेज तक भूमिगत मेट्रो स्टेशन बनाने के लिए सुरंग खोदाई से पहले मिट्टी की जांच शुरू हो गई है। पहले चरण में ताजमहल, आगरा किला व जामा मस्जिद के नीचे मिट्टी जांच होगी। रविवार को पहले दिन ताजमहल स्टेशन के लिए शाहजहां गार्डन से चार, आगरा किला से पांच व जामा मस्जिद से एक कुल दस नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।
भूमिगत मेट्रो ट्रैक, स्टेशन का ढांचा व अन्य कार्य शुरू करने से पहले उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) ड्रिल मशीनों से बोरिंग कर मिट्टी के नमूने निकाल रहा है। मिट्टी की प्रकृति के आधार पर भार वहन क्षमता तय होगी। आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट के निदेशक अरविंद राय के अनुसार प्रत्येक भूमिगत स्टेशन के लिए अलग अलग जगह से 71 नमूनों की जांच होगी। दस नमूने लिए जा चुके हैं। अगले सात दिन तीनों स्टेशन पर मिट्टी की सैंपलिंग होगी। 10 से 15 दिन में इनकी जांच रिपोर्ट आ जाएगी। उसके बाद शाहजहां गार्डन, आगरा किला के सामने छावनी परिषद की भूमि एवं जामा मस्जिद पर खोदाई कर लोहे का ढांचा (डायवॉल फ्रेम) लगाया जाएगा। उसके बाद खोदाई होगी।
फतेहाबाद रोड पर तीन एलिवेटिड स्टेशन निर्माण कार्य चल रहा है। रविवार दोपहर दो बजे बसई से फतेहाबाद सेक्शन के बीच यू गर्डर रखे जा रहे थे। हाइड्रोलिक क्रेन सड़क पर खड़े होकर गर्डर रख रही थी, इस दौरान करीब 30 मिनट तक यातायात बाधित रहा। हालांकि मेट्रो ने सर्विस रोड पर फिर टीडीआई मॉल तक वाहनों की कतार लग रही।
यूरोपियन निवेश बैंक (ईआईबी) की टीम यूपीएमआरसी प्रबंध निदेशक कुमार केशव के साथ सोमवार को सिकंदरा से ताजपूर्वी गेट तक और कालिंदी विहार से कैंट रेलवे स्टेशन तक प्रस्तावित दोनों मेट्रो कॉरिडोर का निरीक्षण करेगी। आगामी चार साल में होने वाले कार्यों की रिपोर्ट बनाएगी। ये रिपोर्ट यूरोपियन निवेश बैंक में जमा होगी। ईआईबी ने आगरा मेट्रो के लिए करीब 4354 करोड़ रुपये का ऋण स्वीकृत किया है। ऋण राशि जारी करने से पहले छह सदस्यीय ईआईबी टीम आगरा में मेट्रो कार्यों की रिपोर्ट बना रही है।