‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ को लेकर चर्चा बटोर रहे शाहिद कपूर ने बॉलीवुड के कैम्प पर गुस्सा निकाला

Entertainment

शाहिद कपूर ने हाल ही नेहा धूपिया के शो ‘नो फिल्टर नेहा’ पर इस बारे में बात की। बॉलीवुड कैम्प पर अपनी बेबाक और बेधड़क राय रखते हुए शाहिद ने बताया कि बचपन से लेकर बड़े होकर फिल्म इंडस्ट्री में आने तक उन्हें परेशान किया गया।

मेरे साथ काफी समय तक बुरा बर्ताव हुआ

वह बोले, ‘शायद मुझमें एक कैंप का हिस्सा बनने के गुण नहीं हैं। मैं दिल्ली से था। मैं मुंबई आया और मुझे मेरी क्लास में स्वीकार नहीं किया गया। मैं आउटसाइडर था क्योंकि मेरा लहजा अलग था। मेरा लहजा दिल्ली वाला था। मेरे साथ बहुत लंबे समय तक बहुत बुरा व्यवहार किया गया।’

बॉलीवुड कैम्प पर गुस्सा, बाहर वाले को आसानी से स्वीकार नहीं करते

शाहिद ने आगे बताया, ‘हम किराए के मकान में रहते थे, इसलिए हर 11 महीने में हम शिफ्ट हो जाते थे। मैं एक नई बिल्डिंग में होता और उन लोगों से दोस्ती करने की कोशिश करता, जिन्हें मैं जानता तक नहीं था। मैं श्यामक डावर के पास और फिर कॉलेज गया, और वहां मुझे आखिरकार स्वीकार किया गया। मेरे पास लोगों का अपना ग्रुप था, और फिर मैं एक एक्टर बन गया। जब मैं इंडस्ट्री में आया, तो मुझे अहसास हुआ कि यह भी एक स्कूल की तरह है। तो इस कई साल तक आपको इसे झेलना पड़ता है। बाहर वाले को आसानी से स्वीकार नहीं करते ये लोग। इनको बड़ी प्रॉब्लम होती है कि तुम आ कैसे गए अंदर।’

मुझे बुली किया तो मैं भी पलटकर बुली करूंगा

शाहिद कपूर ने फिर कहा कि उन्हें फिल्म इंडस्ट्री का यह कैम्प वाला कल्चर बिल्कुल पसंद नहीं है। वह बोले, ‘मुझे यह कैम्पी चीज पसंद नहीं है। मुझे लगता है कि जो लोग रचनात्मक रूप से एक-दूसरे के साथ काम करना चाहते हैं, उन्हें करना चाहिए। लोग एक-दूसरे के साथ सहज हैं, होना भी चाहिए लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप अन्य लोगों को नापसंद करें या अन्य लोगों को नीचा दिखाएं या आप अन्य लोगों के लिए दरवाजे बंद कर दें। और मुझे लगता है कि इस फिल्म इंडस्ट्री में ऐसा कुछ होता है। मुझे बुली किए जाने से नफरत है। जब बच्चा था और जब बड़ा हुआ, तो मुझमें आत्मविश्वास नहीं था। लेकिन अब, अगर तुम मुझे बुली करने की कोशिश करोगे, मैं भी पलटकर तुम्हें बुली करूंगा।’

-एजेंसी