शिवसेना सांसद संजय राउत ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर का मुद्दा अब खत्म हो चुका है। कानून के अनुसार काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में शांति है। हालांकि कुछ लोग माहौल बिगाड़ने का काम कर रहे थे लेकिन महाराष्ट्र में रहने वाली सभी जाति और धर्मों के लोगों ने ऐसे लोगों को करारा जवाब दिया है।
लाउडस्पीकर के संदर्भ में पूरे देश में एक सर्वमान्य नीति बनाई जानी चाहिए। राज ठाकरे पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर के मुद्दे की वजह से सबसे ज्यादा नाराजगी हिंदू समाज को है। हिंदू समाज में फूट डालने का प्रयत्न किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस के डर से सभी पॉलिटिकल लाउडस्पीकर गायब हो गए हैं। देश में कानून का राज है और उसी के अनुरूप काम हो रहा है।
मंहगाई पर खामोश बीजेपी
संजय राउत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि महंगाई अपने चरम पर है। आए दिन डीजल-पेट्रोल और एलपीजी सिलेंडर समेत तमाम जरूरी चीजों के दाम बढ़ते जा रहे हैं। बावजूद इसके बीजेपी का एक भी नेता महंगाई जैसे अहम और जन सामान्य से जुड़े मुद्दे पर बात नहीं करता।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से लाउडस्पीकर के मुद्दे पर बीजेपी नेता चिल्ला चिल्ला कर बोलते हैं। उसी प्रकार उन्हें महंगाई के विषय में भी जनता के सामने बोलना चाहिए।
नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को दूसरे देशों के बीच चल रहे युद्ध में ज्यादा दिलचस्पी है। उनके भक्त इसी बात पर उनकी तारीफ कर रहे हैं। लेकिन देश के नागरिक महंगाई के साथ युद्ध लड़ रहे हैं। आखिर उनकी क्या गलती है?
लाउडस्पीकर पर क्या बोले दिलीप वलसे पाटिल?
महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने भी कुछ दिन पहले केंद्र सरकार से यह मांग की थी कि लाउडस्पीकर के मुद्दे पर एक सर्वमान्य नीति बनाई जानी चाहिए। जो पूरे देश में अमल में लायी जाये। आपको बता दें कि लाउडस्पीकर के मुद्दे पर महाराष्ट्र की सियासत में कुछ पहले तक घमासान मचा हुआ था। एमएनएस, बीजेपी और राणा दंपत्ति मिलकर महाविकास अघाड़ी सरकार पर लगातार हमले कर रहे थे। सीएम के निजी आवास के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने के ऐलान के बाद राणा दंपत्ति को एक सप्ताह से ज्यादा समय एक जेल की सलाखों के पीछे भी रहना पड़ा था। बीते बुधवार को उन्हें अदालत ने जमानत दी थी।
मुख्यमंत्री पद मेरा सपना नहीं था
एलआईसी के एक प्रोग्राम में बीजेपी पर निशाना साधते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि देश के दुश्मनों पर किसी की नज़र नहीं है। जबकि पार्टी के दुश्मन कहां और क्या कर रहे हैं। इस पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है। महाराष्ट्र में बेहद निचले स्तर की राजनीति शुरू है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनना कभी मेरा सपना नहीं था। लेकिन मेरी पार्टी का सीएम बने यह मेरी इच्छा जरूर थी।
उद्धव ने कहा कि फ़िलहाल निजीकरण की बीमारी बढ़ रही है। अगर भविष्य को अँधेरे में जाने से रोकना है तो अभी से पूरी शिद्दत से काम पर जुट जाओ। अपनी रफ़्तार को कम मत करो। उन्होंने राज पर निशाना साधते हुए कहा कि कब तक खामोश रहेंगे और सुनेंगे। 14 मई को मई को मैं सभा ले रहा हूँ। हर सवाल का जवाब मिलेगा।
-एजेंसियां